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1 जून 2025 का पंचांग: जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल

1 जून 2025 का पंचांग आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है। जानें आज की तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की स्थिति। साथ ही, शुभ और अशुभ मुहूर्तों की जानकारी भी प्राप्त करें। यह दिन विशेष रूप से सूर्यदेव की उपासना के लिए महत्वपूर्ण है। स्कंद षष्ठी का व्रत भी आज मनाया जाएगा, जो संतान सुख और शत्रुओं पर विजय के लिए किया जाता है। जानें यात्रा के लिए क्या दिशा शुभ है और पंचांग का महत्व क्या है।
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1 जून 2025 का पंचांग: जानें शुभ मुहूर्त और राहु काल

आज का पंचांग

1 जून 2025 का पंचांग: आज ज्येष्ठ माह का इक्कीसवां दिन है और यह शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। दिन की लंबाई 13 घंटे 50 मिनट 58 सेकंड है, जबकि रात का समय 10 घंटे 8 मिनट 50 सेकंड होगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रीष्म ऋतु का समय है और सूर्य उत्तरायण में गोचर कर रहे हैं।


आइए जानते हैं कि 1 जून के पंचांग के पांच अंगों - तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की स्थिति क्या है। आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ है और राहु काल का समय क्या है?


तिथि

आज ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है, जो 1 जून को 07:59 PM तक रहेगी। इसके बाद सप्तमी तिथि का आरंभ होगा।


षष्ठी तिथि को नंदा तिथि माना जाता है, जिसके स्वामी कामदेव हैं और यह यशप्रद होती है। इसे शुभ मुहूर्तों में शामिल किया गया है।


नक्षत्र

आज अश्लेषा नक्षत्र है, जो 1 जून को 09:36 PM तक रहेगा। यह नक्षत्र शुभ नहीं माना जाता। इसके बाद मघा नक्षत्र का आरंभ होगा, जो भी शुभ नहीं है।


दिन/वार

दिन/वार: आज रविवार है, जो सूर्यदेव को समर्पित है। इस दिन सूर्यदेव के साथ अन्य देवी-देवताओं की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।


योग

आज ध्रुव योग है, जो 1 जून को 09:11 AM तक रहेगा। यह एक शुभ योग है। इसके बाद व्याघात योग का आरंभ होगा।


आज रवि योग भी बन रहा है, जिससे यह दिन विशेष बन गया है। इन योगों की अवधि नीचे देखी जा सकती है।


करण

आज 08:00 AM तक कौलव करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद तैतिल करण शुरू होगा, जो 1 जून को 07:59 PM तक रहेगा। इसके बाद गर करण का आरंभ होगा।


सूर्य-चंद्र गोचर

आज के पंचांग के अनुसार, सूर्य वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं, जबकि चंद्रमा कर्क राशि में हैं। चंद्रमा 09:36 PM तक इस राशि में रहेंगे और फिर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे।


शुभ-अशुभ काल

आज शुभ मुहूर्त:


ब्रह्म मुहूर्त: 04:02 AM से 04:43 AM


प्रातः सन्ध्या: 04:23 AM से 05:24 AM


अभिजित मुहूर्त: 11:51 AM से 12:47 PM


विजय मुहूर्त: 02:38 PM से 03:33 PM


गोधूलि मुहूर्त: 07:13 PM से 07:34 PM


सायाह्न सन्ध्या: 07:15 PM से 08:15 PM


अमृत काल: 07:58 PM से 09:36 PM


निशिता मुहूर्त: 11:59 PM से 12:39 AM, जून 02


रवि योग: 05:24 AM से 09:36 PM


आज अशुभ मुहूर्त:


राहुकाल: आज राहु काल 05:31 PM से 07:15 PM तक रहेगा। इस समय कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।


यमगण्ड: 12:19 PM से 02:03 PM


गुलिक काल: 03:47 PM से 05:31 PM


दुर्मुहूर्त काल: 05:24 PM से 06:19 PM


विष घटी/वर्ज्य काल: 10:11 AM से 11:49 AM


गण्ड मूल: यह पूरे दिन व्याप्त रहेगा।


1 जून 2025 के पर्व और त्योहार

आज ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है और यह रविवार है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। रविवार को सूर्यदेव की उपासना से मान-सम्मान और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।


रविवार को सूर्यदेव के साथ अन्य देवी-देवताओं की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन दान करने से पुण्य फल मिलता है।


स्कंद षष्ठी: यह व्रत भगवान कार्तिकेय को समर्पित है, जो संतान सुख और शत्रुओं पर विजय के लिए किया जाता है।


आज की यात्रा टिप्स: आज पश्चिम दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।


पंचांग का महत्व

पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह जीवन को सफलता की ओर मार्गदर्शन करने वाला एक महत्वपूर्ण साधन है।


पंचांग के पांच प्रमुख अंग:


पंचांग के पांच मुख्य घटक होते हैं, जिनका ध्यान रखकर किए गए कार्यों में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।


वार: यह सप्ताह के दिनों का महत्व बताता है।


तिथि: चंद्र मास के अनुसार दिन की गणना का पता चलता है।


नक्षत्र: विशिष्ट नक्षत्रों की स्थिति और उनके प्रभाव बताता है।


योग: विशेष खगोलीय संयोगों का महत्व बताता है।


करण: आधे तिथि का सूचक है, जो कार्यों की शुभता को प्रभावित करता है।


शुभ कार्यों में पंचांग का महत्व: हिंदू संस्कृति में शुभ कार्य पंचांग के आधार पर किए जाते हैं।


पंचांग की जीवन में भूमिका: यह व्यक्ति की निर्णय क्षमता को सुदृढ़ करता है और जीवन में शांति और समृद्धि लाने में सहायक होता है।