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24 जुलाई 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियां

24 जुलाई 2025 का राशिफल विभिन्न राशियों के लिए महत्वपूर्ण संकेत लेकर आया है। ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों के प्रभाव से कुछ राशियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दिन चंद्रमा की स्थिति, वज्र योग और नाग करण जैसे कारक मानसिक और भावनात्मक स्तर पर असर डाल सकते हैं। जानें किन राशियों को सावधानी बरतने की जरूरत है और उनके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
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24 जुलाई 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियां

राशिफल का महत्व

दैनिक राशिफल: 24 जुलाई 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन ग्रहों और नक्षत्रों की विशेष स्थिति कुछ राशियों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकती है। यह दिन सावन माह की हरियाली अमावस्या का है, जो आध्यात्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है, लेकिन ग्रहों का गोचर और योग कुछ राशियों के लिए परेशानियां बढ़ा सकते हैं। 24 जुलाई 2025 को सुबह से पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा, जो शाम 4 बजकर 43 मिनट तक रहेगा, इसके बाद पुष्य नक्षत्र शुरू होगा। हर्षण योग सुबह 9 बजकर 51 मिनट तक प्रभावी रहेगा, फिर वज्र योग लगेगा, जो कुछ राशियों के लिए तनाव या अचानक बदलाव ला सकता है। चतुष्पाद करण दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद नाग करण शुरू होगा, जो भावनात्मक अस्थिरता को बढ़ा सकता है। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा सुबह 10 बजकर 59 मिनट तक मिथुन राशि में रहेंगे, फिर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, जहां सूर्य और बुध पहले से मौजूद हैं। मिथुन राशि में बृहस्पति, वृषभ में शुक्र, सिंह में मंगल और केतु, कुंभ में राहु, और मीन में शनि की स्थिति रहेगी। चंद्रमा का कर्क में सूर्य और बुध के साथ युति करना, मंगल-केतु की सिंह में उपस्थिति और वज्र योग का प्रभाव इस दिन को कुछ राशियों के लिए जटिल बना सकता है।


ज्योतिषीय विश्लेषण

क्या कहता है ज्योतिषीय विश्लेषण?

इस दिन चंद्रमा की कमजोर स्थिति, खासकर अमावस्या के कारण, मानसिक और भावनात्मक स्तर पर असर डाल सकती है। चंद्रमा का मिथुन से कर्क राशि में गोचर और सूर्य-बुध के साथ युति कुछ राशियों के लिए तनाव, गलतफहमी या स्वास्थ्य समस्याएं ला सकती है। पुष्य नक्षत्र शनि और सूर्य के प्रभाव में है और नाग करण भावनात्मक उतार-चढ़ाव को बढ़ा सकते हैं। सिंह राशि में मंगल और केतु की युति आक्रामकता, जल्दबाजी, या अनिश्चितता को बढ़ावा दे सकती है, जिससे कुछ राशियों को सावधानी बरतने की जरूरत होगी। वज्र योग के प्रभाव से अचानक बदलाव या बाधाएं सामने आ सकती हैं, खासकर उन राशियों के लिए जो ग्रहों की इस स्थिति से सीधे प्रभावित होंगी। आइए जानते हैं कि वे कौन सी राशियां जो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी और दिन को शुभ बनाने के लिए क्या उपाय करें?


मिथुन राशि

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए दिन का पहला हिस्सा, यानी सुबह 10:59 तक, खासा मुश्किल रह सकता है क्योंकि चंद्रमा आपकी राशि में रहेंगे। अमावस्या का प्रभाव और चंद्रमा की कमजोर स्थिति मानसिक तनाव, चिंता, या फैसले लेने में परेशानी ला सकती है। बुध की स्थिति के कारण बातचीत में गलतफहमियां हो सकती हैं, जिससे कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों या सीनियर्स के साथ तनाव बढ़ सकता है। वज्र योग के प्रभाव से अचानक रुकावटें या छोटी-मोटी परेशानियां सामने आ सकती हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से सिरदर्द, नींद की कमी या थकान परेशान कर सकती है। आज बड़े फैसले न लें और अपनी वाणी पर कंट्रोल रखें।

उपाय- हनुमान चालीसा का पाठ करना और लाल मसूर दाल का दान करना फायदेमंद रहेगा।


कर्क राशि

कर्क राशि

चंद्रमा का कर्क राशि में गोचर सुबह 10:59 के बाद होगा और सूर्य-बुध के साथ उनकी युति इस राशि वालों के लिए भावनात्मक और शारीरिक चुनौतियां ला सकती है। अमावस्या का प्रभाव आपकी संवेदनशीलता को और बढ़ा सकता है, जिससे परिवार या निजी जीवन में तनाव की स्थिति बन सकती है। पेट से जुड़ी समस्याएं, तना या थकान इस दिन परेशान कर सकती हैं। वज्र योग और नाग करण के प्रभाव से कार्यक्षेत्र में अचानक रुकावटें या गलतफहमियां हो सकती हैं। कर्क राशि वाले आज शांत रहें और तनाव से बचने के लिए ध्यान या योग करें।

उपाय- चंद्रमा को जल अर्पित करें और माथे पर सफेद चंदन का तिलक लगाएं।


सिंह राशि

सिंह राशि

सिंह राशि में मंगल और केतु की युति पहले से ही तनाव की स्थिति बना रही है और अमावस्या का प्रभाव इसे और बढ़ा सकता है। वज्र योग और नाग करण के कारण इस राशि वालों को गुस्सा, जल्दबाजी या अनावश्यक विवाद से बचना होगा। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों या सीनियर्स के साथ मतभेद की स्थिति बन सकती है। आपको जीवनसाथी के साथ रिश्तों में छोटी-मोटी गलतफहमियां हो सकती हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से ब्लड प्रेशर, चोट या तनाव से सावधान रहें।आप धैर्य बनाए रखें।

उपाय- सूर्य को जल अर्पित करें। हनुमान मंदिर में दीपक जलाना और बजरंग बाण का पाठ करना फायदेमंद रहेगा।


मीन राशि

मीन राशि

मीन राशि में शनि की उपस्थिति और चंद्रमा का कर्क राशि में गोचर आपके लिए मानसिक और शारीरिक दबाव बढ़ा सकता है। पुष्य नक्षत्र और नाग करण के प्रभाव से भावनात्मक अस्थिरता या चिंता की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से जोड़ों का दर्द, थकान या नींद की कमी परेशान कर सकती है। आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें, क्योंकि खर्च बढ़ने की संभावना है।

उपाय- शनिदेव को तेल अर्पित करें और काले तिल का दान करें।