3 जून 2025 का राशिफल: इन राशियों को रहना होगा सतर्क

दैनिक राशिफल
दैनिक राशिफल: 3 जून 2025 का दिन कुछ राशियों के लिए चुनौतियों से भरा हो सकता है। इस दिन अष्टमी तिथि रात 9:56 बजे तक रहेगी, उसके बाद नवमी तिथि शुरू होगी। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र पूरे दिन सक्रिय रहेगा। हर्षण योग सुबह 8:09 बजे तक रहेगा, इसके बाद वज्र योग का आरंभ होगा। करण में विष्टि सुबह 9:10 बजे तक और बव करण शाम 9:56 बजे तक रहेगा, इसके बाद बालव करण का समय होगा।
ग्रहों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा और केतु सिंह राशि में, शुक्र मेष में, सूर्य और बुध वृषभ में, गुरु मिथुन में, मंगल कर्क में, राहु कुंभ में, और शनि मीन में स्थित रहेंगे। आइए जानते हैं कि ग्रहों की इस स्थिति के कारण 3 जून का दिन किन राशियों के लिए कठिनाई भरा हो सकता है और इनसे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
कर्क राशि
मंगल का आपकी राशि में होना पहले भाव को प्रभावित करेगा, जिससे क्रोध, भावनात्मक अस्थिरता, या पारिवारिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। अष्टमी तिथि और विष्टि करण सुबह के समय कार्यों में बाधाएं या मानसिक अशांति पैदा कर सकते हैं। चंद्रमा और केतु का सिंह में होना दूसरे भाव को प्रभावित करता है, जिससे आर्थिक मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। शनि का मीन में होना नवम भाव को प्रभावित करेगा, जिससे भाग्य में रुकावटें या लंबी यात्राओं में कठिनाई हो सकती है।
उपाय- सुबह गाय को गुड़ खिलाएं।
सिंह राशि
चंद्रमा और केतु का आपकी राशि में संयोग पहले भाव को प्रभावित करेगा, जो व्यक्तित्व और आत्मविश्वास से जुड़ा है। इससे भावनात्मक अस्थिरता, भ्रम, या निर्णय लेने में गलतियां हो सकती हैं। वज्र योग और विष्टि करण सुबह के समय मानसिक तनाव या कार्यों में रुकावटें बढ़ा सकते हैं। मंगल का कर्क में होना 12वें भाव को प्रभावित करता है, जिससे अनावश्यक खर्च, स्वास्थ्य समस्याएं, या नींद में कमी की शिकायत हो सकती है। शनि का मीन में होना आठवें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे छिपे हुए भय या तनाव की स्थिति बन सकती है।
उपाय- सुबह हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृश्चिक राशि
मंगल का कर्क में होना, जो आपकी राशि का स्वामी है, नौवें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे भाग्य, उच्च शिक्षा, या लंबी यात्राओं में बाधाएं आ सकती हैं। चंद्रमा और केतु का सिंह में होना 10वें भाव को प्रभावित करता है, जिससे कार्यक्षेत्र में गलतफहमियां या सहकर्मियों के साथ तनाव हो सकता है। राहु का कुंभ में होना चौथे भाव को प्रभावित करेगा, जिससे घरेलू सुख में कमी या माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। इस दिन मानसिक तनाव या सिरदर्द की शिकायत रह सकती है।
उपाय- हनुमान मंदिर में लाल चंदन की माला चढ़ाएं।
कुंभ राशि
राहु का आपकी राशि में होना पहले भाव को प्रभावित करेगा, जिससे भ्रम, अनिश्चितता, या गलत निर्णयों की संभावना बढ़ सकती है। चंद्रमा और केतु का सिंह में होना सातवें भाव को प्रभावित करता है, जिससे रिश्तों में तनाव या साझेदारी में गलतफहमियां हो सकती हैं। वज्र योग के प्रभाव से दिन के दूसरे हिस्से में तीव्रता बढ़ सकती है। शनि का मीन में होना दूसरे भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आर्थिक मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
उपाय- सुबह शिवलिंग पर जल अर्पित करें।