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50 साल से कम उम्र में कैंसर के मामलों में वृद्धि: जानें लक्षण

हाल के वर्षों में 50 साल से कम उम्र के व्यक्तियों में कैंसर के मामलों में वृद्धि हुई है, विशेषकर ब्रेस्ट, लिंफोमा और कोलन कैंसर में। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किसी को थकान, वजन में कमी, सूजन या अन्य लक्षण दिखाई दें, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह लेख कैंसर के विभिन्न लक्षणों और संकेतों पर प्रकाश डालता है, जिससे समय पर जांच और उपचार की आवश्यकता को समझा जा सके।
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50 साल से कम उम्र में कैंसर के मामलों में वृद्धि: जानें लक्षण

कैंसर के बढ़ते मामले

नई दिल्ली: हाल के समय में 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों में कैंसर के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर, लिंफोमा और कोलन कैंसर के मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, टेस्टिकुलर, किडनी और पैंक्रियाज कैंसर के मामले भी बढ़ रहे हैं, हालांकि ये अभी भी कम हैं।


लक्षणों पर ध्यान दें

इन कैंसरों के पीछे की सटीक वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन विशेषज्ञ इस पर अनुसंधान कर रहे हैं। यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक थकान, अचानक वजन में कमी, सूजन, शरीर के किसी हिस्से में गांठ, लगातार दर्द या खून आना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये लक्षण कैंसर के संकेत हो सकते हैं, इसलिए समय पर डॉक्टर से जांच कराना आवश्यक है।


कोलन कैंसर के संकेत

आंतों से जुड़ी समस्याएं कोलन कैंसर का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकती हैं। यदि किसी के पेट या टॉयलेट से जुड़ी आदतों में कोई अजीब बदलाव आता है, जैसे मल का रंग काला होना या उसमें खून दिखाई देना, तो ये चिंताजनक संकेत हो सकते हैं। ऐसे बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


वजन में कमी और थकान

यदि किसी व्यक्ति का वजन बिना किसी कारण के अचानक कम होने लगे, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। इसके साथ ही थकान या नींद के पैटर्न में बदलाव भी ऐसे संकेत हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये लक्षण आमतौर पर गंभीर बीमारी के नहीं होते, लेकिन कभी-कभी ये कैंसर की शुरुआत के संकेत हो सकते हैं।


त्वचा के बदलाव

त्वचा पर कोई नई या बदलती हुई चीज दिखाई देना स्किन कैंसर जैसे मेलानोमा का शुरुआती संकेत हो सकता है। यदि त्वचा पर कोई दाग, गांठ या रंग में बदलाव नजर आए, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसी किसी भी नई या बदलती समस्या पर तुरंत डॉक्टर से मिलना जरूरी है।


अन्य लक्षण

पेशाब में खून आना किडनी या ब्लैडर की बीमारी का संकेत हो सकता है। महिलाओं में पीरियड्स के बीच में खून आना या शारीरिक संबंध के बाद खून आना सर्वाइकल या एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।


रात में पसीना और अन्य लक्षण

यदि किसी को रात में अत्यधिक पसीना आता है, साथ में बुखार, कंपन या कमजोरी महसूस होती है, तो यह भी चिंता का विषय हो सकता है। ये लक्षण लिम्फोमा कैंसर से जुड़े हो सकते हैं। शरीर में गांठ या सूजन दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


कैंसर के अन्य संकेत

कुछ अन्य लक्षण भी कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं, जैसे बिना वजह शरीर का नीला पड़ना, बार-बार इंफेक्शन होना या अत्यधिक थकावट। यदि हड्डियों में दर्द या शरीर में अजीब तकलीफ हो, तो यह सारकोमा कैंसर का संकेत हो सकता है। आंखों की रोशनी में बदलाव, सिरदर्द या पीठ में दर्द दिमाग या रीढ़ की हड्डी के कैंसर की निशानी हो सकते हैं।