Newzfatafatlogo

Apple की नई तकनीक: AirPods से हृदय दर की निगरानी की संभावना

Apple ने अपने AirPods को हृदय दर मॉनिटर के रूप में उपयोग करने की संभावनाओं पर एक नई रिसर्च प्रकाशित की है। इस अध्ययन में AI आधारित ध्वनि मॉडल का उपयोग करके हृदय ध्वनियों से हृदय दर का अनुमान लगाने की तकनीक पर ध्यान केंद्रित किया गया है। शोधकर्ताओं ने विभिन्न AI मॉडल्स का परीक्षण किया और पाया कि ये मॉडल पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक प्रभावी हैं। जानें इस नई तकनीक के बारे में और कैसे यह स्वास्थ्य ट्रैकिंग में क्रांति ला सकती है।
 | 
Apple की नई तकनीक: AirPods से हृदय दर की निगरानी की संभावना

Apple की रिसर्च में AI का उपयोग

Apple अब अपने पहनने योग्य उपकरणों, जैसे कि AirPods, को हृदय दर मॉनिटर के रूप में उपयोग करने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है। हाल ही में, Apple की रिसर्च टीम ने एक अध्ययन पत्र प्रकाशित किया, जिसमें बताया गया है कि कैसे AI आधारित ध्वनि मॉडल का उपयोग करके हृदय की ध्वनियों से हृदय दर का अनुमान लगाया जा सकता है। यह नई तकनीक AirPods जैसे उपकरणों का उपयोग करके शरीर से हृदय की ध्वनियों को रिकॉर्ड कर सकती है, जिसे फिर AI के माध्यम से हृदय दर के अनुमान के लिए प्रयोग किया जाएगा.


AI आधारित मॉडल से हृदय दर का अनुमान

इस अध्ययन का उद्देश्य यह जानना था कि क्या सामान्य ऑडियो और स्पीच पर प्रशिक्षित AI मॉडल हृदय ध्वनियों से सटीक हृदय दर का अनुमान लगा सकते हैं। इसे 'ऑसकुलटेशन' कहा जाता है, जो हृदय की ध्वनियों को सुनने पर आधारित है, जैसा कि डॉक्टर स्टेथोस्कोप से करते हैं। Apple के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में छह प्रमुख फाउंडेशन मॉडल्स का परीक्षण किया, जिनमें HuBERT, wav2vec2 और CLAP का उनका आंतरिक संस्करण शामिल है। इनका उद्देश्य यह था कि ये मॉडल्स हृदय ध्वनियों से हृदय दर का अनुमान लगाने में कितने सक्षम हैं। रिसर्च से पता चला कि इन AI मॉडल्स ने पारंपरिक मैन्युअल ऑडियो फीचर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।


20 घंटे के हृदय ध्वनि रिकॉर्ड्स का उपयोग

रिसर्च के दौरान, Apple ने अस्पताल द्वारा रिकॉर्ड की गई 20 घंटे से अधिक की हृदय ध्वनियों का उपयोग किया, जिन्हें चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा एनोटेट किया गया था। टीम ने इन ऑडियो क्लिप्स को 5 सेकंड के हिस्सों में विभाजित किया और AI मॉडल्स का उपयोग करके हर हिस्से से हृदय दर (BPM) का अनुमान लगाया। अध्ययन में यह भी पाया गया कि AI मॉडल्स की मध्य स्तर की परतें हृदय ध्वनियों का पता लगाने में सबसे प्रभावी थीं, जबकि गहरी परतें, जो सामान्यत: स्पीच रिकग्निशन के लिए फाइन-ट्यून होती हैं, जैविक ध्वनियों जैसे हृदय की ध्वनियों को समझने में कम प्रभावी साबित हुईं। इससे यह संकेत मिलता है कि Apple को AI मॉडल्स के विशिष्ट हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करना होगा, बजाय इसके कि पूरे मॉडल को स्वास्थ्य ट्रैकिंग के लिए जैसे का तैसा इस्तेमाल किया जाए.