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ED की छापेमारी: राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छापेमारी की। यह कार्रवाई नेक्सा एवरग्रीन प्रोजेक्ट में धोखाधड़ी की जांच के तहत की गई है, जिसमें लगभग 2700 करोड़ रुपये का मामला शामिल है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और छापेमारी के पीछे की कहानी।
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ED की छापेमारी: राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में लगभग 24 स्थानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई का संबंध करीब 2700 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले से है। छापेमारी राजस्थान के सीकर, जयपुर, जोधपुर, झुंझुनूं के साथ-साथ गुजरात के अहमदाबाद और दिल्ली में की जा रही है। यह कार्रवाई नेक्सा एवरग्रीन नामक प्रोजेक्ट में धोखाधड़ी की जांच के तहत की जा रही है।


धोखाधड़ी का मामला

इस प्रोजेक्ट में निवेश करने वाले लोगों को कंपनी द्वारा फ्लैट, जमीन या अधिक रेट पर पैसे वापस लौटाने का आश्वासन दिया गया था। इस मामले में राजस्थान पुलिस ने भी कई व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।


कंपनी का पृष्ठभूमि

नेक्सा एवरग्रीन कंपनी का रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल 2021 को अहमदाबाद में हुआ था। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के रिकॉर्ड के अनुसार, यह कंपनी रियल एस्टेट गतिविधियों के लिए रजिस्टर्ड है। इसके मालिक सुभाष बिजारणियां और रणवीर बिजारणियां हैं, जो सीकर के पनलावा के निवासी हैं। कंपनी ने धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों से निवेश के लिए पैसे जुटाने का प्रयास किया। अन्य नामों में बनवारी महरिया, उपेंद्र बिजारणियां, लक्ष्मी सलीम खां, समीर, दातार सिंह, रक्षपाल, ओमपाल और सांवरमल शामिल हैं।