Gen Z बर्नआउट: युवा पीढ़ी में काम के प्रति मानसिक थकान का बढ़ता संकट
बर्नआउट की समस्या और Gen Z
नई दिल्ली: जब भी ऑफिस जाने की बात आती है, Gen Z के युवा अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन और काम से दूरी के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, इस पीढ़ी में मानसिक थकान इतनी बढ़ गई है कि इसे 'Gen Z बर्नआउट' के नाम से जाना जाने लगा है। यह सवाल उठता है कि नौकरी की शुरुआत में ही युवा क्यों थकावट महसूस करने लगते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल आलस्य या काम से बचने की प्रवृत्ति नहीं है, बल्कि यह बदलते कार्य संस्कृति, अपेक्षाओं और संसाधनों के बीच बढ़ते अंतर का परिणाम है। आइए समझते हैं कि Gen Z बर्नआउट क्या है, इसके कारण और इसके संकेत क्या हैं।
Gen Z में बर्नआउट की समस्या का कारण
Gen Z को क्यों हो रहा है बर्नआउट?
Gen Z को ट्रेंडी, लचीले और रचनात्मक कार्य पसंद हैं, इसलिए वे पारंपरिक 9 से 5 की नौकरी से दूर रहना चाहते हैं। लेकिन जब यह पीढ़ी पारंपरिक ऑफिस सेटअप में ढलने की कोशिश करती है, तो उन पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे काम शुरू होने से पहले ही मानसिक थकावट हो जाती है।
बर्नआउट क्या है?
बर्नआउट की परिभाषा
बर्नआउट एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कर्मचारी की अपेक्षाएं और कार्यस्थल की वास्तविक मांगें मेल नहीं खातीं। यह लगातार मानसिक और शारीरिक थकान का अनुभव कराता है, जो ध्यान, प्रेरणा और प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
बर्नआउट के प्रमुख कारण
1. कार्य की अस्पष्टता, जिम्मेदारियों का स्पष्ट न होना
2. अत्यधिक कार्यभार, कम समय में अधिक आउटपुट की अपेक्षा
3. कौशल और संसाधनों की कमी, प्रशिक्षण या समर्थन का अभाव
4. अनुभव की कमी, नए कर्मचारियों पर जल्दबाजी में बड़ी जिम्मेदारियां डालना
Gen Z की संवेदनशीलता
Gen Z क्यों अधिक संवेदनशील है?
शोध से पता चलता है कि Gen Z, महिलाएं और कम अनुभव वाले कर्मचारी बर्नआउट के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। जब कार्यस्थल की वास्तविकता कर्मचारियों की आवश्यकताओं से मेल नहीं खाती, तो यह समस्या व्यक्तिगत से सिस्टम स्तर पर बदल जाती है।
बर्नआउट के तीन चरण
1. थकान: लगातार ऊर्जा की कमी
2. उदासीनता: काम से दूरी और अलगाव
3. आत्मविश्वास में कमी: अपनी क्षमताओं पर संदेह, प्रदर्शन में गिरावट
कोविड-19 का प्रभाव
Gen Z पर कोविड का असर
Gen Z का एक बड़ा हिस्सा कोविड-19 के दौरान या उसके तुरंत बाद कार्यबल में शामिल हुआ। रिमोट वर्क ने ऑफिस की अनौपचारिक बातचीत, ऑन-द-जॉब लर्निंग और मेंटरशिप को कम कर दिया, जिससे युवाओं के लिए काम को समझना और उसमें ढलना कठिन हो गया।
Gen Z बर्नआउट के सामान्य लक्षण
1. काम शुरू करने से पहले ही थकावट
2. ऊर्जा की कमी और ध्यान की कमी
3. प्रेरणा में गिरावट
4. लगातार तनाव और निराशा
