Newzfatafatlogo

International Yoga Day 2025: योगासन से थकान कम करें और फिट रहें

International Yoga Day 2025 के अवसर पर योग के फायदों पर चर्चा की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। नियमित योगाभ्यास से थकान कम होती है और गंभीर बीमारियों का खतरा घटता है। इस लेख में विभिन्न योगासनों जैसे सूर्य नमस्कार, वज्रासन, बालासन, मंडूकासन और धनुरासन के लाभों के बारे में बताया गया है। जानें कैसे ये आसन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
 | 
International Yoga Day 2025: योगासन से थकान कम करें और फिट रहें

International Yoga Day 2025:

योग का अभ्यास सभी आयु वर्ग के लिए लाभकारी माना जाता है, चाहे वह बच्चे हों या वृद्ध। यह हमारे मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद है। नियमित योगाभ्यास से थकान कम होती है और गंभीर बीमारियों का जोखिम भी घटता है। चिकित्सक कैंसर, मधुमेह और अस्थमा जैसी बीमारियों के लिए भी योग करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह शरीर को सक्रिय बनाए रखता है और वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।


क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि योग के लाभों का अध्ययन लंबे समय तक क्लिनिक में किया गया है। उन्होंने कहा कि कई बीमारियों पर शोध किया गया है, जिसमें योग का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया है। नियमित योगाभ्यास से थकान कम होती है और व्यक्ति लंबे समय तक स्वस्थ रहता है।


सूर्य नमस्कार का महत्व

यदि आप प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, तो यह आपके रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इस योग में 12 आसन होते हैं, जो तनाव को कम करने और पाचन को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। यह मानसिक शांति प्रदान करता है और थकान को दूर करता है।


वज्रासन

वज्रासन करने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। यह कब्ज और गैस की समस्याओं को भी दूर करता है। उच्च रक्तचाप से ग्रस्त लोग इसे अपने दैनिक रुटीन में शामिल कर सकते हैं, जिससे थकान कम होती है और वे सक्रिय रहते हैं।


बालासन

बालासन, जिसे चाइल्ड पोज भी कहा जाता है, तनाव को कम करने में मदद करता है। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और गर्दन तथा कंधों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। इसके नियमित अभ्यास से वजन भी नियंत्रित रहता है।


मंडूकासन

मंडूकासन का पेट और अग्न्याशय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे इंसुलिन का स्राव बेहतर होता है। यह पेट की चर्बी कम करने और पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है। नियमित योगाभ्यास से थकान दूर होती है और शरीर सक्रिय रहता है।


धनुरासन

धनुरासन में शरीर धनुष की मुद्रा में आता है, जो पेट और यकृत पर प्रभाव डालता है। यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है और मोटापे को कम करता है। यह शरीर को आराम देता है और रक्त प्रवाह को संतुलित करता है। तनाव को कम करने में भी यह प्रभावी है।