प्यार जताना ही नहीं गले लगाने के हैं और भी कई फायदे, एक्सपर्ट से जानें हग करने से कैसे बेहतर होता है मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट महजबीन डोरी ने द इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में कहा कि गले मिलना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।

गले मिलना प्यार का इजहार करने का एक तरीका माना जाता है। यही कारण है कि कई बार जब हम बहुत खुश होते हैं तो बिना सोचे-समझे सामने वाले को कसकर जादू की झप्पी दे देते हैं। साथ ही किसी भी तरह का दुख या परेशानी होने पर हम अपने प्रियजन को गले लगाना पसंद करते हैं। अब वह पसंदीदा व्यक्ति आपका जीवनसाथी, दोस्त, भाई-बहन या माता-पिता हो सकते हैं। आपने देखा होगा कि प्यार का इज़हार करने का यह तरीका आपको हर बार एक अलग तरह की शांति या राहत देता है। कई बार किसी को गले लगाने से ही हमारी आधी टेंशन दूर हो जाती है, लेकिन क्या आपने कभी इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश की है? क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अत्यधिक तनाव में होते हैं तब भी आलिंगन आपको कैसे आराम देता है? आइए एक्सपर्ट से जानें ऐसा क्यों होता है-
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट महजबीन डोरी ने द इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में कहा कि गले मिलना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।
आइए जानें कि आलिंगन आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए क्यों महत्वपूर्ण है-
दर्द से राहत मिलना
शारीरिक स्पर्श, जैसे मालिश या साधारण आलिंगन, एंडोर्फिन हार्मोन के स्राव को उत्तेजित कर सकता है। वहीं आपको बता दें कि एंडोर्फिन को दर्द निवारक हार्मोन भी कहा जाता है। यह पिट्यूटरी ग्रंथि और शरीर के अन्य हिस्सों में उत्पन्न होता है, जिससे आपको किसी भी प्रकार का दर्द महसूस हो सकता है। आसान भाषा में समझें तो बचपन में कई बार चोट लगने या किसी तरह का दर्द होने पर बच्चा अपनी मां को ढूंढता है. वहीं, कई बार मां को गले लगाने से दर्द का एहसास अपने आप कुछ हद तक कम हो जाता है। इसके लिए एंडोर्फिन हार्मोन जिम्मेदार होता है।
तनाव से छुटकारा
किसी को गले लगाने से भी ऑक्सीटोसिन का स्राव बढ़ता है। आपको बता दें कि ऑक्सीटोसिन को 'हैप्पी हार्मोन', 'लव हार्मोन' या 'बॉन्डिंग हार्मोन' भी कहा जाता है। वहीं, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि जब यह हार्मोन बढ़ता है तो व्यक्ति को एक अलग खुशी का एहसास होता है, जिससे वह कुछ देर के लिए तनाव को भूल जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
महजबीन डोरी बताती हैं कि कई शोध के नतीजे बताते हैं कि सकारात्मक शारीरिक स्पर्श, जैसे गले मिलना, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकता है। तनाव कम करना और ऑक्सीटोसिन की अच्छी खुराक प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
दिल को स्वस्थ रखता है
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, शारीरिक स्पर्श, विशेषकर आलिंगन, रक्तचाप और हृदय गति को कम कर सकता है। समय के साथ, यह बेहतर हृदय स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है।
यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है?
मूड में सुधार
दर्द से राहत के अलावा एंडोर्फिन हार्मोन मूड को बेहतर बनाने में भी सहायक होते हैं। इसके अलावा, ऑक्सीटोसिन का स्राव भी आपको अच्छा महसूस कराता है।
चिंता और अवसाद से छुटकारा दिलाता है
इन सबके अलावा, आलिंगन और शारीरिक स्पर्श आराम और भावनात्मक समर्थन प्रदान कर सकते हैं। यह चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करने के लिए विशेष रूप से मूल्यवान हो सकता है।