अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड ने कूड़ा प्रबंधन में सुधार के लिए उठाए कदम
कैंटोनमेंट बोर्ड की नई पहल
अंबाला। देश के शीर्ष 10 कैंटोनमेंट बोर्ड में शामिल होने के बाद, अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड ने कूड़ा प्रबंधन की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए हैं। बोर्ड ने सॉलिड वेस्ट प्रबंधन योजना के तहत कूड़ा उठाने के ठेके को छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। पंचकूला की एक एजेंसी को यह ठेका दिया गया है, जो 982 रुपये प्रति टन की दर से कूड़ा उठाएगी और इसे जटवाड़ के डंपिंग जोन तक पहुंचाएगी, जिससे स्थानीय निवासियों को गंदगी से मुक्ति मिलेगी।
कूड़ा प्रबंधन की स्थिति
कैंटोनमेंट बोर्ड: रोजाना निकलता है 11 टन कूड़ा
कैंटोनमेंट बोर्ड के आठ वार्डों से प्रतिदिन लगभग 11 टन कूड़ा निकलता है, जिसे एक प्राइवेट एजेंसी द्वारा निस्तारित किया जाता है। इसमें सेना, एयरफोर्स और रिहायशी क्षेत्रों का कूड़ा शामिल है। पहले, आधे कूड़े का निस्तारण पटवी प्लांट में और आधे का पंजोखरा रोड पर स्थित बोर्ड के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में किया जाता था, लेकिन एयरफोर्स की आपत्ति के कारण यह प्लांट पिछले एक साल से बंद है।
नए वाहन और कर्मचारी
कूड़ा निस्तारण के लिए खरीदे दो वाहन
कैंटोनमेंट बोर्ड ने डोर-टू-डोर कूड़ा निस्तारण के लिए दो नए वाहनों की खरीद की है, जिन्हें वार्ड स्तर पर तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, घरों से कूड़ा एकत्र करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि अलग-अलग शिफ्टों में यह कार्य किया जा सके। इससे नौकरीपेशा लोगों को सुबह जल्दी अपने घरों को ताला लगाकर कार्यस्थलों के लिए निकलने में राहत मिलेगी।
प्रशासनिक दृष्टिकोण
कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला के मुख्य अधिशासी अधिकारी राहुल आनंद शर्मा ने कहा कि देश के शीर्ष 10 कैंटोनमेंट बोर्ड में आने के बाद सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत कूड़ा प्रबंधन के ठेके में छह महीने की वृद्धि की गई है, और स्थानीय स्तर पर कूड़ा एकत्र करने के लिए दो नए वाहन भी खरीदे गए हैं। जहां भी कर्मचारियों की कमी है, वहां अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं ताकि सफाई का कार्य सुचारू रूप से चल सके।
