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अखरोट: भिगोकर खाने के फायदे और सही मात्रा

अखरोट, जिसे 'ब्रेन फूड' और 'हृदय का रक्षक' कहा जाता है, में कई पोषक तत्व होते हैं। जानें कि क्या अखरोट को भिगोकर खाना बेहतर है या कच्चा। इस लेख में हम इसके स्वास्थ्य लाभ, सही सेवन की विधि और मात्रा के बारे में चर्चा करेंगे। क्या भीगे हुए अखरोट पाचन में मदद करते हैं? जानें सभी महत्वपूर्ण जानकारी इस लेख में।
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अखरोट का महत्व

अखरोट को अक्सर "ब्रेन फूड" और "हृदय का रक्षक" कहा जाता है। इसका कारण यह है कि इस छोटे से मेवे में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, स्वस्थ वसा, ओमेगा-3 फैटी एसिड और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। यही वजह है कि चिकित्सक और पोषण विशेषज्ञ इसे अपने आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं।


भीगे हुए अखरोट के फायदे

यदि किसी को गैस, फुलाव या भारीपन की समस्या है, तो भीगे हुए अखरोट उनके लिए अधिक लाभकारी हो सकते हैं। कच्चे अखरोट में फाइटिक एसिड और टैनिन जैसे तत्व होते हैं, जो पाचन में कठिनाई पैदा कर सकते हैं। रातभर पानी में भिगोने से ये तत्व टूट जाते हैं, जिससे अखरोट हल्के और सुपाच्य बन जाते हैं।


पोषण का बेहतर अवशोषण

भीगने का एक और लाभ यह है कि शरीर अखरोट के पोषक तत्वों को अधिक आसानी से अवशोषित कर सकता है। इसके अलावा, भीगे हुए अखरोट का स्वाद भी थोड़ा बदल जाता है, जो उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प है जिन्हें कच्चे अखरोट की कड़वाहट पसंद नहीं आती।


कच्चे अखरोट के फायदे

हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि बिना भिगोए अखरोट खाना हानिकारक है। जिन लोगों को पाचन संबंधी कोई समस्या नहीं है, वे कच्चे अखरोट का सेवन कर सकते हैं। कच्चे अखरोट का सबसे बड़ा लाभ उनका कुरकुरापन और चबाने का अनुभव है।


अखरोट की सही मात्रा

विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना 2 से 4 अखरोट का सेवन करना पर्याप्त है। यदि आप इन्हें भिगोकर खाना चाहते हैं, तो रात को एक गिलास पानी में डालकर रख दें और सुबह खाली पेट खा लें। यह तरीका शरीर में "खराब कोलेस्ट्रॉल" को कम करने में मदद करता है और दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।