अनिल मेनन: नासा के पहले स्पेस स्टेशन मिशन के लिए चुने गए भारतीय अमेरिकी एस्ट्रोनॉट

अनिल मेनन का परिचय
अनिल मेनन कौन हैं: अमेरिका की स्पेस एजेंसी 2026 में अपना पहला स्पेस स्टेशन मिशन लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसमें एस्ट्रोनॉट अनिल मेनन का चयन किया गया है। वे रोस्कोस्मोस के सोयुज MS-29 स्पेसक्राफ्ट में शामिल होंगे। इस मिशन में उनके साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री प्योत्र डबरोव और अन्ना किकिना भी होंगे। यह मिशन कजाकिस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से शुरू होगा और लगभग 8 महीने तक पृथ्वी की कक्षा में पहले से स्थापित लैंब में रहेगा। अनिल मेनन इस मिशन के फ्लाइट इंजीनियर के रूप में कार्य करेंगे।
अनिल मेनन का व्यक्तिगत जीवन
अनिल मेनन का परिचय
NASA की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अनिल मेनन भारतीय मूल के अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं। वे एक इमरजेंसी मेडिकल एक्सपर्ट और अमेरिकी एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1976 को मिनेसोटा के मिनियापोलिस में हुआ। उनके माता-पिता का संबंध भारत और यूक्रेन से है। अनिल का परिवार केरल के मालाबार क्षेत्र से है। उनकी शादी अन्ना मेनन से हुई है, जो स्पेसएक्स में चीफ स्पेस एग्जीक्यूटिव इंजीनियर हैं, और उनके दो बच्चे भी हैं।
दिल्ली से अनिल मेनन का संबंध
दिल्ली से अनिल मेनन का खास कनेक्शन
हालांकि अनिल मेनन अमेरिका में जन्मे और पले-बढ़े, लेकिन उनका दिल्ली से भी गहरा संबंध है। उन्होंने नई दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक साल का कोर्स किया, जिसमें उन्होंने रोटरी एम्बेसडरियल फेलो के रूप में मेडिसिन और मलयालम का अध्ययन किया। अनिल ने 1999 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से न्यूरोबायोलॉजी में ग्रेजुएशन किया और 2003 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, 2006 में स्टैनफोर्ड मेडिकल स्कूल से मेडिसिन में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की।
अनिल मेनन का करियर
नासा से पहले स्पेसएक्स और एयरफोर्स में कार्य अनुभव
अनिल मेनन ने 2014 में नासा से फ्लाइट सर्जन के रूप में जुड़कर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए क्रू फ्लाइट सर्जन के रूप में कार्य किया। 2018 में, वे स्पेसएक्स से जुड़े और कंपनी के पहले फ्लाइट सर्जन बने। उन्होंने स्पेसएक्स के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन डेमो-2 और पहले नागरिक मिशन इंस्पिरेशन-4 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी वायु सेना में 45वें स्पेस विंग और 173वें फाइटर विंग में फ्लाइट सर्जन के रूप में कार्य किया और F-15 फाइटर जेट में 100 से अधिक उड़ानें भरी हैं।
नासा द्वारा चयन
2021 में नासा द्वारा चयनित
दिसंबर 2021 में, अनिल मेनन को नासा द्वारा अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया। नासा को उस वर्ष 12,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 10 लोगों को चुना गया। चयन के बाद, अनिल ने जनवरी 2022 से 5 मार्च 2024 तक 2 साल की कठिन ट्रेनिंग पूरी की। इस ट्रेनिंग में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के सिस्टम को समझना, अंतरिक्ष यान उड़ाना, T-38 जेट उड़ाना, अंतरिक्ष में चहलकदमी करना (EVA) और रूसी भाषा सीखना शामिल था। अब अनिल मेनन को ISS पर रिसर्च मिशन, नासा के ओरियन अंतरिक्ष यान, और चंद्रमा या मंगल जैसे अंतरिक्ष मिशनों के लिए चुना जा सकता है।