अमेजन के खिलाफ अलेक्सा की प्राइवेसी उल्लंघन का मामला, क्लास-एक्शन मुकदमा शुरू

अमेजन की प्राइवेसी विवाद में फंसने की कहानी
नई दिल्ली: गूगल और फेसबुक के बाद, अब अमेजन, जो एक प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी है, भी यूजर्स की प्राइवेसी से संबंधित गंभीर कानूनी समस्याओं का सामना कर रही है। इसके वॉइस असिस्टेंट 'अलेक्सा' पर करोड़ों यूजर्स की निजी बातचीत को रिकॉर्ड करने का आरोप लगा है। इस मामले में एक अमेरिकी फेडरल जज ने अमेजन के खिलाफ क्लास-एक्शन मुकदमे को मंजूरी दे दी है।
यह निर्णय सोमवार, 7 जुलाई को अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज रॉबर्ट लैसनिक द्वारा सुनाया गया। उन्होंने कहा कि अमेजन के खिलाफ देशभर में मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त कानूनी आधार मौजूद हैं, ताकि यूजर्स को हुए वित्तीय नुकसान की भरपाई की जा सके और प्राइवेसी के उल्लंघन को रोका जा सके। यह मुकदमा उन लाखों यूजर्स के हितों का प्रतिनिधित्व करता है, जो एक या एक से अधिक अलेक्सा डिवाइस का उपयोग करते हैं।
2021 में दायर इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि अमेजन ने जानबूझकर अलेक्सा को इस तरह से डिजाइन किया है कि वह करोड़ों निजी बातचीत को इंटरसेप्ट कर सके और इन वॉइस रिकॉर्डिंग्स का उपयोग अपने व्यावसायिक लाभ के लिए कर सके। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि यह वॉशिंगटन के कंज्यूमर प्रोटेक्शन नियमों का उल्लंघन है।
अमेजन ने 2014 में अलेक्सा को लॉन्च किया था, जो 'Hi Alexa' जैसे कमांड पर कार्य करता है। हालांकि, कोर्ट ने पाया कि यह बिना कमांड के भी निजी बातचीत सुन सकता है।
इस मामले में अमेजन ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, कंपनी पहले भी इन आरोपों का खंडन कर चुकी है। अमेजन का कहना है कि अलेक्सा को यूजर्स की प्राइवेसी का सम्मान करने के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें गलती से एक्टिवेट होने से बचने के लिए सुरक्षा उपाय भी मौजूद हैं। लेकिन कोर्ट के इस नए आदेश के बाद अब कंपनी को इन आरोपों का सामना करना पड़ेगा।