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अल्जाइमर रोगियों के लिए योग का चमत्कार: अध्ययन से मिली नई जानकारी

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, एम्स के एक अध्ययन ने यह दर्शाया है कि योग हल्के और मध्यम स्तर के अल्जाइमर रोगियों की संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुधार कर सकता है। अध्ययन में 30 बुजुर्गों को शामिल किया गया, जिन्होंने 12 हफ्तों तक नियमित योगाभ्यास किया। परिणामस्वरूप, उनके मानसिक तनाव, अवसाद और उच्च रक्तचाप में कमी आई। जानें इस अध्ययन के बारे में और कैसे योग अल्जाइमर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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अल्जाइमर रोगियों के लिए योग का चमत्कार: अध्ययन से मिली नई जानकारी

योग का महत्व और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस


योग हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसीलिए हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को योग के महत्व और इसके फायदों के बारे में जागरूक किया जा सके। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर करने में सहायक होता है। हाल ही में एम्स के चिकित्सकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि योग हल्के और मध्यम स्तर के अल्जाइमर रोगियों की संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुधार लाता है। इसके साथ ही, यह मानसिक तनाव, अवसाद और उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।


अध्ययन की विस्तृत जानकारी

एम्स के एनाटॉमी और न्यूरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने यह अध्ययन किया, जो मेडिकल जर्नल 'फ्रंटियर्स इन एजिंग' में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में 30 बुजुर्गों को शामिल किया गया, जिनमें 18 पुरुष और 12 महिलाएं थीं, सभी हल्के से मध्यम स्तर के अल्जाइमर से प्रभावित थे। यह बीमारी मरीज की याददाश्त को कमजोर कर देती है और सोचने-समझने की क्षमता में भी कमी लाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 65 वर्ष से अधिक आयु के 10% लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं, और 2050 तक यह आंकड़ा 22% तक बढ़ सकता है।


योगाभ्यास का प्रभाव

अध्ययन में भाग लेने वाले व्यक्तियों को 12 हफ्तों तक योगाभ्यास कराया गया। इस दौरान, उन्हें सप्ताह में छह दिन और प्रतिदिन एक घंटे तक विभिन्न आसनों, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया गया। योगाभ्यास से पहले और बाद में उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं और स्वास्थ्य की जांच की गई। परिणामस्वरूप, यह पाया गया कि योग से अल्जाइमर रोगियों में तनाव, अवसाद और उच्च रक्तचाप की समस्याएं कम हुईं। उनके व्यवहार और भाषा में भी सकारात्मक बदलाव आया, और उनकी याददाश्त में सुधार हुआ।


योगासन की सूची

अध्ययन में शामिल व्यक्तियों को निम्नलिखित योगासन करने के लिए कहा गया:


प्रतिदिन 10 मिनट सूर्य नमस्कार,


5 से 7 मिनट गहन विश्राम,


15-18 मिनट तक पवनमुक्तासन, भुजंगासन, शलभासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, मंडूकासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन और अर्धचक्रासन जैसे आसन,


प्रतिदिन 10 मिनट ध्यान।