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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: पायलट की गलती या तकनीकी समस्या?

गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना ने देश को झकझोर दिया। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति बचा। अब, वकील माइक एंड्रयूज का कहना है कि यह पायलट की गलती नहीं, बल्कि तकनीकी समस्या थी। उन्होंने ब्लैक बॉक्स डेटा और FAA रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पानी के रिसाव से शॉर्ट सर्किट हुआ। क्या पायलट निर्दोष हैं? जानें इस मामले की पूरी सच्चाई।
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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: पायलट की गलती या तकनीकी समस्या?

अहमदाबाद विमान हादसे का नया मोड़

अहमदाबाद विमान दुर्घटना: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुई एअर इंडिया की विमान दुर्घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इस भयानक घटना में 242 यात्रियों और 18 क्रू मेंबर्स में से केवल एक व्यक्ति ही बच पाया। प्रारंभ में, हादसे के कारणों को लेकर कई सवाल उठे, जिसमें पायलटों को भी दोषी ठहराया गया। लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है।


अमेरिका के प्रसिद्ध वकील और विमानन मामलों के विशेषज्ञ माइक एंड्रयूज ने कहा है कि यह दुर्घटना पायलट की गलती नहीं, बल्कि विमान में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। उनका कहना है कि जब ब्लैक बॉक्स का डेटा सामने आएगा, तब सच्चाई स्पष्ट हो जाएगी।


ब्लैक बॉक्स और FAA रिपोर्ट के महत्वपूर्ण खुलासे

माइक एंड्रयूज, जो इस मामले में मृतकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, ने अदालत में याचिका दायर कर फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और ब्लैक बॉक्स की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उनका कहना है कि विमान के वॉटर लाइन कपलिंग में पानी का रिसाव हुआ था, जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्रभावित हुए और शॉर्ट सर्किट हुआ। यही शॉर्ट सर्किट फ्यूल स्विच के अपने आप बंद होने का कारण बना, जिससे विमान पर नियंत्रण खो गया।


उन्होंने अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) की 14 मई 2025 की रिपोर्ट का उल्लेख किया, जिसमें चेतावनी दी गई थी कि पानी के रिसाव से विमानों के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को गंभीर खतरा हो सकता है। FAA ने विशेष रूप से बोइंग के कुछ मॉडलों—787-8, 787-9 और 787-10—का उल्लेख किया था। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त एअर इंडिया का विमान भी बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था।


क्या पायलट पूरी तरह निर्दोष हैं?

माइक एंड्रयूज ने कहा कि इस हादसे के लिए पायलट को दोषी ठहराना गलत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्लैक बॉक्स के डेटा से यह साबित होगा कि विमान हादसे की असली वजह तकनीकी खराबी थी, न कि मानवीय गलती। यह पहली बार नहीं है जब बोइंग विमानों में तकनीकी खामियों को लेकर सवाल उठे हैं। इस घटना ने न केवल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा की है, बल्कि एयरलाइंस और विमान निर्माताओं की जिम्मेदारी पर भी बहस छेड़ दी है।