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अहमदाबाद विमान हादसे पर विशेषज्ञों की चिंताएं: पायलटों को न बनाएं बलि का बकरा

अहमदाबाद विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट पर विशेषज्ञों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। मार्क डी मार्टिन ने पायलटों को बलि का बकरा बनाने की आलोचना की है और रिपोर्ट में तकनीकी खामियों की ओर इशारा किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इस मामले की जांच में पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए जाएं। जानें इस मामले में और क्या कहा गया है।
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अहमदाबाद विमान हादसे पर विशेषज्ञों की चिंताएं: पायलटों को न बनाएं बलि का बकरा

विशेषज्ञों ने उठाए सवाल


नई दिल्ली: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट पर कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पायलटों को इस घटना का दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार को इस मामले में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।


मार्क डी मार्टिन की प्रतिक्रिया

हालांकि अंतिम जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन मार्क डी मार्टिन, जो एक एविएशन सेफ्टी और कंसल्टिंग फर्म के संस्थापक हैं, ने प्रारंभिक रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि हादसे का कारण इंजनों का ईंधन कटना था, जिससे पायलटों में भ्रम उत्पन्न हुआ और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।


पायलटों की योग्यता पर सवाल

डी मार्टिन ने कहा कि विश्वभर के पायलट बेवकूफ नहीं होते। वे अपने परिवार के लिए जान जोखिम में डालते हैं और ऐसी रिपोर्टों से प्रभावित नहीं होते। पायलट सच्चाई को समझते हैं और उन्हें बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए।


रिपोर्ट की तकनीकी खामियां

डी मार्टिन ने एएआईबी की रिपोर्ट में तकनीकी खामियों पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब विमान ने उड़ान भरी, तब इंजन फेल हो गया था। ऐसे में हाइड्रोलिक सिस्टम को बैकअप देने वाला राम एयर टर्बाइन (आरएटी) सक्रिय होना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि जब इंजन पहले ही फेल हो गए थे, तो ईंधन कटने की बात कैसे आई?


पारदर्शिता की कमी

मार्टिन ने यह भी सवाल किया कि रिपोर्ट रात दो बजे क्यों जारी की गई। क्या यह अमेरिकी दर्शकों के लिए था? उन्होंने कहा कि भारत में लोग जानना चाहते हैं कि वास्तव में क्या हुआ। रिपोर्ट में पारदर्शिता और तर्क की कमी है।


प्रधानमंत्री से अपील

डी मार्टिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे इस मामले पर ध्यान दें और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पारदर्शिता लाने के निर्देश दें। उन्होंने कहा कि यह भारत का सबसे बड़ा विमान हादसा हो सकता है और इसकी जांच का वैश्विक असर होगा।