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आंखों के रंग से जानें स्वास्थ्य की स्थिति और बीमारियों के संकेत

आंखों का रंग न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि यह स्वास्थ्य की स्थिति का भी संकेत देता है। लाल, सफेद, और पीली आंखें विभिन्न बीमारियों का संकेत हो सकती हैं। इस लेख में जानें कि आंखों के रंग से कौन-कौन सी स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाया जा सकता है और क्या संकेत मिलते हैं।
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आंखों के रंग से जानें स्वास्थ्य की स्थिति और बीमारियों के संकेत

आंखों के रंग और स्वास्थ्य

आंखों का रंग केवल सौंदर्य का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी दे सकता है। पीलिया और एनीमिया जैसी स्थितियों के अलावा, आंखों का रंग किडनी, लिवर, और ब्लैडर में संक्रमण या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के बारे में भी जानकारी देता है। आंखों के नीचे तरल या म्यूकस जमा होने से आई बैग बनते हैं, जो किडनी और लिवर की कार्यक्षमता में कमी का संकेत हो सकते हैं।


आंखों के रंग और उनकी समस्याएं


कई स्वास्थ्य समस्याएं आंखों के रंग में बदलाव ला सकती हैं। उदाहरण के लिए, लाल आंखें एलर्जी, वायरल बुखार, या अत्यधिक स्क्रीन समय के कारण हो सकती हैं। इसके अलावा, आंखों में चोट या कॉर्नियल अल्सर भी लालिमा का कारण बन सकते हैं।


सफेद आंखें वंशानुगत मोतियाबिंद, काला पानी, या रेटिनोब्लास्टोमा जैसे कैंसर का संकेत हो सकती हैं।


गोल्डन, भूरी, या पीली आंखें लिवर और पैंक्रियाज में गड़बड़ी का संकेत देती हैं, जबकि काली आंखें किडनी की खराबी का संकेत हो सकती हैं।


पर्पल रंग की आंखें हार्ट पर अधिक दबाव और खराब रक्त संचार का संकेत हो सकती हैं।