आंध्र प्रदेश की शिक्षिका को राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन में मिली मान्यता

राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन में चयन
राजमहेंद्रवरम के सैटेलाइट सिटी में स्थित जिला परिषद हाई स्कूल की गणित शिक्षिका मेका सुसत्य रेखा को केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन के लिए मेंटर के रूप में चुना गया है। यह पहल नई शिक्षा नीति और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य का हिस्सा है। इस मिशन का उद्देश्य देशभर से तकनीकी और शिक्षण में नवोन्मेषी शिक्षकों और विशेषज्ञों को एकत्रित करना है, ताकि एक राष्ट्रीय स्तर की मेंटरिंग टीम का गठन किया जा सके।सुसत्य रेखा को उनके शिक्षण में योगदान और नवोन्मेषी शिक्षाशास्त्र में विशेषज्ञता के लिए इस पहल में शामिल होने का आमंत्रण मिला है। उनकी मार्गदर्शक भूमिका के तहत, वे प्रशिक्षु और सेवारत शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करेंगी, जिसमें अनुभवात्मक शिक्षण विधियों, डिजिटल शिक्षा और कक्षा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
ये प्रशिक्षण सत्र शिक्षकों के पेशेवर कौशल को बढ़ाने और उन्हें विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों की दिशा में अधिक प्रभावी ढंग से योगदान करने के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यह प्रशिक्षण जून में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की देखरेख में शुरू होगा।
इस अवसर पर सुसत्य रेखा ने बताया कि जो भी शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, वे राष्ट्रीय परामर्श मिशन (एनएमएम) की वेबसाइट पर पंजीकरण करके इन सत्रों में भाग ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों को इस अवसर की जानकारी दे दी गई है। शिक्षकों ने उनके चयन को राष्ट्रीय स्तर के संरक्षक के रूप में सराहा और इसे आंध्र प्रदेश के शिक्षा समुदाय के लिए गर्व का क्षण बताया।