इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान करने वाली गलतियाँ और उनसे बचने के उपाय
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक लोकप्रिय आहार पैटर्न है, लेकिन इसके दौरान कुछ सामान्य गलतियाँ हो सकती हैं जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। इस लेख में, हम उन गलतियों के बारे में चर्चा करेंगे, जैसे रात में अधिक भोजन करना, लंच छोड़ना और फास्टिंग के बाद कैफीन का सेवन। जानें कि कैसे इनसे बचकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और इंटरमिटेंट फास्टिंग के लाभों का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
| Nov 20, 2025, 10:11 IST
इंटरमिटेंट फास्टिंग का महत्व
वर्तमान में, इंटरमिटेंट फास्टिंग (IF) का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, और कई सेलेब्स भी इसे अपनाने में पीछे नहीं हैं। यदि आप IF के बारे में अनजान हैं, तो जान लें कि यह एक ऐसा आहार पैटर्न है जिसमें आप केवल एक निश्चित समय के दौरान भोजन करते हैं। अनुसंधान से यह स्पष्ट हुआ है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है और कुछ बीमारियों से बचाव या उन्हें उलटने में सहायक हो सकती है। हालांकि, यदि आप इस खाने की योजना का पालन कर रहे हैं, तो कुछ सामान्य गलतियों से बचना आवश्यक है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान बचने योग्य गलतियाँ
इस लेख में, हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है?
कई प्रकार की डाइट्स इस बात पर ध्यान केंद्रित करती हैं कि आपको क्या खाना चाहिए, जबकि इंटरमिटेंट फास्टिंग मुख्य रूप से आपके खाने के समय पर केंद्रित होती है। इस पैटर्न में, आप एक निर्धारित समय पर भोजन करते हैं और उसके बाद कम या बिना कैलोरी का सेवन करते हैं। अधिकांश लोग वजन कम करने के लिए इस विधि को अपनाते हैं, और इसकी विशेषता यह है कि आप अपनी सुविधा के अनुसार उपवास का समय चुन सकते हैं। यह उपवास कुछ घंटों से लेकर पूरे दिन तक हो सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान न करें ये 3 गलतियाँ
विशेषज्ञों के अनुसार, आप इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान ये तीन गलतियाँ कर सकते हैं, जो आपके पाचन और आंतों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। ये गलतियाँ आपके दिल के लिए भी खतरा पैदा कर सकती हैं।
रात में अधिक भोजन करना
कई लोग रात को 9, 10 या 11 बजे भारी भोजन करते हैं और फिर सोने चले जाते हैं। जब आप बिना पचे भोजन के साथ सोते हैं, तो यह फर्मेंटेशन, गैस और सड़न का कारण बन सकता है, जिससे वजन बढ़ने और पेट में सूजन हो सकती है। इसलिए, आपको सोने से लगभग 3 घंटे पहले अपना डिनर खत्म करना चाहिए।
लंच को न छोड़ें
कई लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान नाश्ता और लंच छोड़कर सीधे रात का खाना खाते हैं, सोचते हैं कि वे अपने शरीर के लिए अच्छा कर रहे हैं। लेकिन ऐसा करना गलत है। दोपहर का भोजन सबसे महत्वपूर्ण होता है, खासकर जब सूर्य की किरणें अपने चरम पर होती हैं। इस समय आपको एक अच्छा लंच लेना चाहिए और शाम 6 बजे तक डिनर खत्म कर लेना चाहिए। इसके बाद आप इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू कर सकते हैं।
फास्टिंग के बाद कैफीन का सेवन
आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि इंटरमिटेंट फास्टिंग के बाद कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे IF के लाभ नष्ट हो सकते हैं। कैफीन डिहाइड्रेटिंग होती है और यह आपके दिल के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। इसके बजाय, आप अच्छे फैट का सेवन कर सकते हैं, जैसे काजू का मक्खन, ए2 गाय का घी या नारियल का मक्खन, जो ब्यूटिरिक एसिड का अच्छा स्रोत है।
