इंडिगो की फ्लाइट की आपातकालीन लैंडिंग, एक और बड़ा हादसा टला

बेंगलुरु में हुई आपातकालीन लैंडिंग
बेंगलुरु: अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान दुर्घटना के बाद, एक और संभावित बड़ा हादसा टल गया है। इंडिगो की एक फ्लाइट, जो गुवाहाटी से चेन्नई जा रही थी, को बेंगलुरु में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। सूत्रों के अनुसार, विमान में ईंधन की कमी के कारण पायलट ने 'मेडे' संदेश भेजा था। यह घटना गुरुवार को हुई, लेकिन इसकी जानकारी रविवार को मिली। उल्लेखनीय है कि 12 जून को एयर इंडिया का एक विमान भी अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पायलटों ने भी 'मेडे' संदेश भेजा था।
पायलट की कार्रवाई और नियामक की प्रतिक्रिया
इंडिगो विमान की आपात लैंडिंग के बाद, पायलट को उनके पद से हटा दिया गया है। 'मेडे' संदेश तब भेजा जाता है जब पायलट आपात स्थिति में होते हैं और उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं होता। 12 जून को एयर इंडिया के विमान हादसे के दौरान भी पायलटों ने एटीसी को 'मेडे' संदेश भेजा था। उस समय, एटीसी ने विमान से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, और विमान मेघानीनगर के रिहायशी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस हादसे में 242 लोग सवार थे, जिनमें से एक व्यक्ति को छोड़कर सभी की मृत्यु हो गई थी।
एयर इंडिया पर कार्रवाई
एयर इंडिया के विमान हादसे के बाद, नागरिक उड्डयन नियामक ने एयरलाइन के तीन अधिकारियों को 'प्रणालीगत विफलताओं' के लिए उनके पदों से हटाने का आदेश दिया है। हालांकि, डीजीसीए के निर्देश में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह आदेश 12 जून की दुर्घटना से संबंधित है या नहीं। डीजीसीए ने एयर इंडिया को निर्देश दिया है कि वह चालक दल की समय-सारणी से संबंधित सभी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से हटाए गए अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करे और 10 दिनों के भीतर उठाए गए कदमों की रिपोर्ट दे। भविष्य में उल्लंघन के परिणामस्वरूप लाइसेंस निलंबन भी हो सकता है। एयर इंडिया ने कहा है कि उसने इस आदेश का पालन कर लिया है और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।