इज़रायल-हमास संघर्ष: युद्धविराम के बाद भी धोखाधड़ी का आरोप

युद्धविराम के बावजूद हमास पर धोखाधड़ी के आरोप
नई दिल्ली। इज़रायल और हमास के बीच हाल ही में युद्धविराम की घोषणा की गई है, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप के बाद संभव हुआ। इस समझौते के तहत हमास ने इज़रायल के सभी बंधकों को रिहा करने का वादा किया था। हालांकि, अब हमास पर आरोप लग रहा है कि वह इज़रायल को बंधकों के शव देने में धोखाधड़ी कर रहा है।
इज़रायली सुरक्षा अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि रातों-रात लौटे चार शवों में से एक बंधक नहीं था। विशेषज्ञों ने बताया कि ये अवशेष किसी फ़िलिस्तीनी व्यक्ति के हैं। तीन अन्य शवों की पहचान इज़रायली सैनिकों उरीएल बरूच, तामिर निमरोदी और एतान लेवी के रूप में की गई है। सोमवार को शव सौंपे जाने के विपरीत, हमास ने मृतकों के नाम नहीं बताए। फ़रवरी में शिरी बिबास का शव उसके दो बच्चों के साथ इज़रायल लौटाया गया था, लेकिन फ़ोरेंसिक जांच से पता चला कि वह शव फ़िलिस्तीनी था। आतंकवादियों ने उनके बेटों एरियल और केफ़िर की हत्या कर दी थी और शवों को इस तरह से क्षत-विक्षत किया कि ऐसा लगे कि वे किसी हवाई हमले में मारे गए हैं। हमास ने अगले दिन शिरी के अवशेष छोड़े। युद्धविराम की शर्तों के अनुसार, हमास को सभी बंधकों के शव गाजा में वापस करने के लिए बाध्य किया गया है। माना जा रहा है कि हमास बुधवार को और अवशेष सौंपेगा। लापता इज़राइली शवों की बरामदगी कतर, तुर्की और मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से समन्वित की जा रही है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सभी अवशेषों का पता लगाने और उनकी पहचान करने में समय लगेगा, क्योंकि कई लोग अज्ञात कब्रों में दबे हुए हैं या ढह गई इमारतों के नीचे फंसे हुए हैं। हमास का दावा है कि उसे मारे गए 28 बंधकों में से 14 के ठिकाने पता हैं, लेकिन इज़राइली सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादी समूह के पास इससे कहीं अधिक जानकारी है। 7 अक्टूबर, 2023 को लगभग 1,200 लोग मारे गए और 252 इज़राइली और विदेशी नागरिकों का अपहरण किया गया।