ईरान का होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने का निर्णय, तेल की कीमतों में उछाल की आशंका

ईरान का महत्वपूर्ण निर्णय
ईरान-इजराइल संघर्ष: इजराइल के साथ चल रहे संघर्ष के बीच, ईरान की संसद ने रविवार को होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का निर्णय लिया है। इस कदम से वैश्विक तेल की कीमतों में भारी वृद्धि हो सकती है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कच्चे तेल का एक बड़ा हिस्सा इस जलडमरूमध्य से नहीं आता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय कंपनियों के पास कई हफ्तों का तेल भंडार है।
ईरान का निर्णय और उसके प्रभाव
ईरान ने जलडमरूमध्य बंद करने का निर्णय लिया
पुरी ने कहा कि भारतीय कंपनियों को अन्य स्रोतों से भी ईंधन की आपूर्ति मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि ईंधन की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। ईरान का यह निर्णय अमेरिका द्वारा किए गए हमले के बाद आया है, और अंतिम निर्णय ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई द्वारा लिया जाएगा।
भारत पर संभावित प्रभाव
‘हमारी कंपनियों के पास पर्याप्त स्टॉक है’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 20-21 मिलियन बैरल कच्चा तेल और 20 प्रतिशत एलएनजी ट्रांजिट होता है। भारत, चीन, जापान, और दक्षिण कोरिया जैसे अधिकांश एशियाई देशों को इसी मार्ग से तेल की आपूर्ति होती है। यदि यह बंद होता है, तो भारत पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं, लेकिन हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि भारत पर इसका अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि भारतीय कंपनियों के पास कई अन्य स्रोतों से कच्चे तेल की आपूर्ति हो रही है और उनके पास पर्याप्त स्टॉक है।