ईरान के राष्ट्रपति ने अमेरिकी हमलों पर तीखी प्रतिक्रिया दी

ईरान के राष्ट्रपति का पहला बयान
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन ने अमेरिकी कार्रवाई पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने वाशिंगटन पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि यह हमला इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ इजरायल के सैन्य अभियानों के पीछे अमेरिका की प्रमुख भूमिका को दर्शाता है। ईरान की समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, पेज़ेशकियन ने कहा कि अमेरिका ने इजरायल की कमजोरी को देखते हुए इस संघर्ष में भाग लिया है।
अमेरिका का इजरायल-ईरान संघर्ष में हस्तक्षेप
अमेरिका ने इजरायल-ईरान युद्ध में सीधा हस्तक्षेप किया है।
शनिवार की रात, अमेरिकी विमानों ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों - फोर्डो, नतांज और इस्फ़हान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि ये ठिकाने पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने जवाबी कार्रवाई की, तो अमेरिका फिर से हमला करेगा।
संघर्ष में जान-माल का नुकसान
इस संघर्ष में कई लोगों की जान गई है।
अब तक, ईरान में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं, इज़रायल में भी दो दर्जन से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, जबकि इज़रायल इसे अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है।
क्षेत्र में बढ़ता तनाव
क्षेत्र में तनाव पिछले दो वर्षों से बढ़ रहा है।
विशेष रूप से तब से जब इज़रायल ने गाजा में ईरान समर्थित हमास के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया। 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा दक्षिणी इज़रायल पर हमले के बाद यह संघर्ष और भी तेज हो गया है।