उत्तर प्रदेश में ठंड का कहर: कोहरे और सर्द हवाओं का रेड अलर्ट
उत्तर प्रदेश में ठंड का बढ़ता असर
उत्तर प्रदेश में ठंड का अलर्ट: दिसंबर के मध्य में पहुंचते ही उत्तर प्रदेश में तापमान में तेजी से गिरावट आई है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने कई जिलों में ठिठुरन को बढ़ा दिया है, जिससे लोग ठंड से परेशान हैं। लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में घने कोहरे की चादर ने दृश्यता को प्रभावित किया है, जिससे वाहन चालकों को सुबह और रात के समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने राज्य में कोहरे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
हालांकि पश्चिमी विक्षोभ को कमजोर माना जा रहा था, लेकिन इसका प्रभाव अधिक गहरा निकला। इसके कारण उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में घना कोहरा और ठंड बढ़ गई है। इस मौसम का पहला विक्षोभ उत्तर भारत से लेकर बिहार तक प्रभाव डाल रहा है। उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में गुरुवार सुबह घने कोहरे की मोटी चादर देखी गई। प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, अमेठी और अयोध्या जैसे क्षेत्रों में विजिबिलिटी जीरो या अधिकतम 10 मीटर तक रही। सड़क पर वाहन चालकों को आगे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।
बुधवार को लखनऊ, गोरखपुर और कुशीनगर में दृश्यता शून्य थी, जबकि बहराइच में 20 मीटर, फतेहगढ़, बलिया और हरदोई में 30 से 40 मीटर तक रही। रात का तापमान 09.0 डिग्री से गिरकर 06.0 डिग्री तक पहुंच गया, जो सामान्य से 3.3 डिग्री कम है। यह सीजन का सबसे कम तापमान है। इटावा में रात का तापमान 7.0, बुलंदशहर में 8.0, लखीमपुर खीरी में 8.2 और हरदोई में 08.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 21.9 से घटकर 20.9 डिग्री सेल्सियस हो गया। दिन का तापमान सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। दिन में बर्फीली हवा की गति 20 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पहले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सर्दी और कोहरा बढ़ा है, जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 19 दिसंबर को आने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में पहले हुई बर्फबारी के बाद चलीं ठंडी हवाओं के कारण दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ही जनवरी जैसी ठंड का अनुभव हो रहा है। अचानक बढ़ती ठंड के कारण लोग दिन में भी अलाव जलाते नजर आ रहे हैं।
