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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट: जानें स्थिति

भारतीय मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश में भी बारिश के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और जनहानि हुई है। जानें इन राज्यों में मौसम की ताजा स्थिति और सुरक्षा उपायों के बारे में।
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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट: जानें स्थिति

उत्तराखंड में मौसम की चेतावनी

Uttarakhand Weather Today: भारतीय मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश के कारण ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा के मद्देनजर, देहरादून में सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। IMD ने यह भी बताया है कि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना है।


राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की तैयारी

मौसम की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। लोगों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है। 22 जुलाई को देहरादून और उत्तरकाशी के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। निवासियों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और स्थानीय अधिकारियों से ताजा जानकारी प्राप्त करें।


हिमाचल प्रदेश में बारिश का प्रभाव

हिमाचल प्रदेश में क्या हैं हालात:

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से स्थिति बिगड़ सकती है। एसईओसी के अनुसार, 20 जुलाई तक 142 सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं और 40 जलापूर्ति कनेक्शन बाधित हुए हैं। कई क्षेत्रों में बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं और 26 ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं।


मंडी और कुल्लू में बाढ़ की स्थिति

मंडी और कुल्लू में क्या हैं हाल:

मंडी और कुल्लू में स्थिति गंभीर है, जहां भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया है। इससे सड़कों का अवरुद्ध होना यात्रा को कठिन बना रहा है। बारिश के कारण बाढ़ और मिट्टी के कारण जलापूर्ति प्रभावित हुई है, जिसके लिए अस्थायी मरम्मत की गई है।


भारी बारिश से हुई जनहानि

कई लोगों की गई जान: 

भारी बारिश के कारण कई लोगों की जानें गई हैं। अब तक, हिमाचल प्रदेश में 166 मौतें हो चुकी हैं, जिनमें 132 बारिश से संबंधित और 34 सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) स्थिति पर नजर रखे हुए है।