उम्र बढ़ने पर प्रेग्नेंसी के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ
आजकल कई महिलाएं हेल्दी तरीके से गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना कर रही हैं। तनाव और गलत खानपान के कारण हार्मोनल असंतुलन होता है। यदि आप 35 वर्ष की उम्र में गर्भधारण की योजना बना रही हैं, तो सही खान-पान अपनाना आवश्यक है। इस लेख में हम कुछ फायदेमंद खाद्य पदार्थों के बारे में चर्चा करेंगे, जैसे घी, उड़द दाल, काले तिल, बादाम और खजूर, जो आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
Sep 28, 2025, 16:36 IST
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प्रेग्नेंसी के लिए हेल्दी डाइट
आजकल कई महिलाएं हेल्दी तरीके से गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना कर रही हैं। तनाव, अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खानपान के कारण हार्मोन, पीरियड साइकिल, ओव्यूलेशन और गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे गर्भधारण में मुश्किल होती है। उम्र बढ़ने के साथ भी गर्भधारण में समस्या आ सकती है। यदि आप 35 वर्ष की उम्र में गर्भधारण की योजना बना रही हैं और प्राकृतिक तरीके से गर्भवती होने में कठिनाई महसूस कर रही हैं, तो अपनी सेहत पर ध्यान देना आवश्यक है। सही खान-पान और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकती हैं। यदि आप मातृत्व की योजना बना रही हैं, तो आज से इन खाद्य पदार्थों का सेवन शुरू करें।
घी का सेवन करें
आयुर्वेद में घी को एक पोषण से भरपूर सुपरफूड माना जाता है। घी का सेवन प्रजनन ऊतकों को मजबूत बनाने में सहायक होता है। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और हार्मोनल संतुलन में सुधार करता है। इसके अलावा, यह प्रजनन अंगों के लिए एक लुब्रिकेंट के रूप में कार्य करता है। घी का सेवन करने से प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है और गर्भधारण में आसानी होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गाय का घी खाना अधिक लाभकारी होता है। आप इसे भोजन के साथ या गुनगुने पानी में एक चम्मच घी मिलाकर ले सकते हैं।
उड़द दाल
उड़द दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और इसकी तासीर गर्म होती है। यह प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है। उड़द दाल का सेवन करने से अंडाशय के कार्य में सुधार होता है और रक्त निर्माण में सहायता मिलती है। यह वात और पित्त को संतुलित करती है, जिससे प्रजनन क्षमता में सुधार होता है।
काले तिल का सेवन करें
35 वर्ष की उम्र के बाद गर्भधारण के लिए काले तिल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। काले तिल में मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे खनिज होते हैं, जो स्वस्थ हार्मोन उत्पादन में मदद करते हैं। यह अंडाशय के कार्य को स्वस्थ बनाता है और वात को कम करता है। कई बार वात दोष बढ़ने से गर्भधारण में कठिनाई होती है। आप इसे भूनकर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
बादाम का सेवन करें
बादाम में स्वस्थ वसा, प्रोटीन और विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है। बादाम का सेवन पीरियड्स को नियमित करने और अंडाशय के कार्य को सुधारने में मदद करता है, जिससे अंडाणु की गुणवत्ता में सुधार होता है। रातभर 5-7 बादाम को भिगोकर खाएं।
खजूर का सेवन करें
खजूर की तासीर गर्म होती है। यह गर्भाशय को मजबूती और गर्माहट प्रदान करता है, जिससे ऊर्जा स्तर में सुधार होता है और प्रजनन हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद मिलती है। गर्भधारण के लिए शरीर में रक्त का होना भी आवश्यक है। रोजाना 2-3 खजूर को गुनगुने पानी में भिगोकर अवश्य खाएं।