एयर इंडिया SATS को मिली सुरक्षा मंजूरी: भारत की ग्राउंड हैंडलिंग में नया मील का पत्थर

DGCA द्वारा सुरक्षा मंजूरी का ऐलान
DGCA सुरक्षा मंजूरी: भारत के विमानन नियामक DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने सोमवार को एयर इंडिया SATS एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (AISATS) को सुरक्षा मंजूरी प्रदान की है। इस प्रकार, AISATS देश की पहली ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी बन गई है जिसे यह मान्यता प्राप्त हुई है। यह कदम भारत में विमानन सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (Safety Management System - SMS) को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
SMS ढांचा और अंतरराष्ट्रीय मानक
SMS ढांचे का विकास:
DGCA ने जुलाई में SMS आधारित एक ढांचा तैयार किया था, जिसके अंतर्गत ग्राउंड हैंडलिंग कंपनियों को सुरक्षा स्वीकृति दी जाएगी। इस मंजूरी के साथ, भारत एशिया पैसिफिक (APAC) क्षेत्र में मलेशिया के बाद दूसरा देश बन गया है जिसने ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इतना व्यापक ढांचा लागू किया है।
सुरक्षा मंजूरी का महत्व
सुरक्षा मंजूरी का महत्व:
DGCA ने अपने बयान में कहा कि AISATS को यह मंजूरी पहली बार दी गई है, जिससे ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशंस पर नियामक निगरानी और मजबूत होगी। यह मंजूरी सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट्स (CAR) सेक्शन 4, सीरीज़ X, पार्ट II के प्रावधानों के तहत जारी की गई है। DGCA के अनुसार, ग्राउंड हैंडलिंग विमानन सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बढ़ते हवाई यातायात, बड़े विमानों, तेज टर्नअराउंड और कई सेवा प्रदाताओं की मौजूदगी के कारण अब सभी ऑपरेटरों के लिए सुरक्षा मंजूरी अनिवार्य की गई है।
AISATS का मूल्यांकन और स्वीकृति
AISATS का मूल्यांकन:
AISATS को यह सुरक्षा मंजूरी कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद मिली। इसमें कंपनी के सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम, जोखिम नियंत्रण उपाय, रिपोर्टिंग तंत्र, प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे का गहन परीक्षण किया गया। मूल्यांकन में पाया गया कि AISATS पूरी तरह से CAR प्रावधानों और SMS के क्रियान्वयन के अनुरूप है।
AISATS को सौंपा गया सेफ्टी क्लियरेंस:
दिल्ली स्थित DGCA मुख्यालय में AISATS को यह सेफ्टी क्लियरेंस डॉक्यूमेंट सौंपा गया। इस मंजूरी से न केवल भारत की विमानन सुरक्षा प्रणाली मजबूत होगी, बल्कि यह वैश्विक मानकों के अनुरूप देश की एविएशन इंडस्ट्री की विश्वसनीयता और सुरक्षा पर भरोसा भी बढ़ाएगी।