एसी के अधिक उपयोग से वजन बढ़ने और स्वास्थ्य पर प्रभाव

एसी का बढ़ता उपयोग और स्वास्थ्य पर प्रभाव
गर्मी के मौसम में एयर कंडीशनर की ठंडी हवा में रहना लोगों के लिए बेहद सुखद अनुभव होता है। लेकिन, जो लोग एसी में अधिक समय बिताते हैं, उनके लिए धूप में बाहर निकलना कठिन हो जाता है। इसके अलावा, एसी का अधिक उपयोग बिजली के बिल को भी बढ़ा देता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि एसी का लगातार उपयोग आपके वजन को भी प्रभावित कर सकता है? लंबे समय तक एसी में रहने से न केवल स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि कई बार बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
एसी की ठंडी हवा त्वचा को सूखा बना सकती है और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मुश्किल पैदा कर सकती है। इसके अलावा, एसी की हवा से शरीर का तापमान संतुलित रखना कठिन हो जाता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। आइए जानते हैं इस विषय पर शोध क्या कहता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया कि मोटापा केवल फास्ट फूड या व्यायाम की कमी से नहीं बढ़ता, बल्कि लंबे समय तक एसी में रहने से भी इसका प्रभाव पड़ता है। अध्ययन के अनुसार, बिना एसी के सोने से 70 प्रतिशत कैलोरी बर्न होती है, जबकि एसी में सोने से यह आंकड़ा केवल 35 प्रतिशत रह जाता है।
एसी में सोने के दुष्प्रभाव
नींद की गुणवत्ता पर असर
एसी को बहुत कम तापमान पर चलाकर सोने से नींद में बाधा आ सकती है। ठंडी हवा से कंपकंपी और बेचैनी महसूस हो सकती है, जिससे रात की नींद पूरी नहीं होती। एसी और पंखे धूल और एलर्जी को बढ़ावा देते हैं, जो नींद को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, एसी को बंद करने से बेहतर नींद का माहौल बनता है और एलर्जी का खतरा कम होता है।
शरीर में दर्द और थकान
एसी के अत्यधिक उपयोग से मांसपेशियों में तनाव और अकड़न हो सकती है, जिससे जोड़ों के दर्द या मांसपेशियों के दर्द में वृद्धि हो सकती है। ऐसे लोगों को रात में एसी बंद कर देना चाहिए या ऐसे पंखे का उपयोग करना चाहिए जो असुविधा को कम कर सके।
एसी में सोने से सुबह की थकान भी हो सकती है, क्योंकि ताजा हवा की कमी से जागने पर थकान महसूस होती है। ऊर्जा के स्तर के लिए उचित वेंटिलेशन आवश्यक है, और इसके बिना लोग सुबह सुस्त महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, ठंडी हवा पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती है और हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकती है। निर्जलीकरण का खतरा भी बढ़ सकता है, जिससे मुंह और गला सूख सकता है।