ओडिशा में कोलेरा के बढ़ते मामले: जानें लक्षण और बचाव के उपाय

कोलेरा के कारण
ओडिशा में इस समय कोलेरा के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार ने मंगलवार को इस स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की। राज्य के 30 जिलों में डायरिया का अलर्ट जारी किया गया है और टेस्टिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। डायरिया के मामलों में वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल, राज्य में कोलेरा के प्रति जागरूकता और स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि नए मामलों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके। रिपोर्ट के अनुसार, तटीय क्षेत्रों में कोलेरा से अब तक 11 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या 2000 तक पहुंच गई है। कोलेरा एक हाइजीन से संबंधित बीमारी है, जो साफ-सफाई की कमी के कारण फैलती है।
कोलेरा क्या है?
कोलेरा, जिसे डायरिया या हैजा भी कहा जाता है, एक हाइजीन से जुड़ी समस्या है। यह दूषित पानी या खाद्य पदार्थों के सेवन से होता है, जिससे व्यक्ति को गंभीर दस्त होते हैं। दस्त की मात्रा इतनी अधिक होती है कि यह जानलेवा हो सकता है। कोलेरा के कारण शरीर में न्यूट्रिशन की कमी और डिहाइड्रेशन हो जाता है। गंभीर मामलों में मरीज को उल्टी भी हो सकती है।
कोलेरा फैलने के कारण
कोलेरा मुख्य रूप से उन क्षेत्रों में फैलता है जहां साफ पानी और शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप और बाढ़ के बाद प्रभावित क्षेत्रों में इस रोग का प्रकोप बढ़ जाता है। हालांकि, यह बीमारी दुनिया के कई देशों में पाई जाती है, लेकिन एशिया में इसकी संक्रमण दर अधिक है।
हैजा कैसे होता है?
हैजा वी. कोलेरा नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, जो पानी में मौजूद होते हैं। जब कोई व्यक्ति दूषित पानी का सेवन करता है, तो ये बैक्टीरिया उसकी आंतों में जाकर बीमारियों का कारण बनते हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है, जैसे खांसी या छींक के माध्यम से।
हैजा या डायरिया के लक्षण
- उल्टी आना।
- अत्यधिक प्यास लगना।
- थकान महसूस होना।
- मांसपेशियों में ऐंठन या कमजोरी।
- चक्कर आना।
- कम पेशाब आना।
- तेज हार्ट बीट।
बचाव के उपाय
- सफाई का ध्यान रखें।
- दूषित खाना या पानी का सेवन न करें।
- दूषित क्षेत्रों में जाने से बचें।
- यदि प्रभावित क्षेत्र से लौटें, तो हाथों को अच्छे से धोकर ही चेहरे के संपर्क में आएं।