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कम उम्र में पीरियड्स और प्रेग्नेंसी: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव

कम उम्र में पीरियड्स और जल्दी प्रेग्नेंसी का महिलाओं की सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। अध्ययन के अनुसार, ये स्थितियाँ भविष्य में गंभीर बीमारियों जैसे हार्ट फेलियर और डायबिटीज का जोखिम बढ़ा सकती हैं। जानें इसके पीछे के कारण, डॉक्टर की सलाह और महिलाओं के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
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कम उम्र में पीरियड्स और प्रेग्नेंसी: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव

महिलाओं की सेहत पर प्रारंभिक बदलावों का प्रभाव

क्या आप जानते हैं कि शरीर में होने वाले कुछ प्रारंभिक परिवर्तन महिलाओं या लड़कियों की सेहत पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं? जैसे कि कम उम्र में पीरियड्स का आना या जल्दी मां बनना, ये सभी आगे चलकर स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, महिलाओं में प्रजनन की समय सीमा उनके समग्र स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि किसी लड़की को कम उम्र में पीरियड्स आते हैं या कोई महिला कम उम्र में मां बनती है, तो उन्हें भविष्य में कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।


कम उम्र में पीरियड्स और प्रेग्नेंसी के जोखिम

एक अध्ययन के अनुसार, यदि किसी लड़की को 11 वर्ष से पहले पीरियड्स आते हैं या कोई महिला 21 वर्ष से पहले मां बन जाती है, तो उनके लिए भविष्य में हार्ट फेलियर, डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि ऐसी महिलाओं में मोटापे का खतरा लगभग 4 गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा, हार्ट फेलियर और डायबिटीज का जोखिम भी दोगुना हो जाता है। शरीर का जल्दी परिपक्व होना बुढ़ापे तक प्रभाव डाल सकता है।


वजन का महत्वपूर्ण योगदान

बॉडी मास इंडेक्स (BMI) इस संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जल्दी पीरियड्स या जल्दी मां बनने वाली महिलाओं में अक्सर वजन बढ़ने की समस्या होती है। यही बढ़ा हुआ BMI आगे चलकर हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।


इसका कारण क्या है?

वैज्ञानिक इसे 'evolutionary trade-off' कहते हैं। इसका मतलब है कि यदि शरीर जल्दी प्रजनन के लिए तैयार हो जाता है, तो यह शॉर्ट टर्म में फायदेमंद होता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसके परिणाम बीमारियों और उम्र बढ़ने के रूप में सामने आ सकते हैं।


डॉक्टर की सलाह

डॉक्टरों का कहना है कि यह अध्ययन महत्वपूर्ण है और इसके परिणामों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। किसी महिला के प्रजनन से जुड़े अनुभव उनके स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकते हैं। जल्दी पीरियड्स आना या कम उम्र में मां बनना, ये सभी डायबिटीज, मोटापे और हार्ट डिजीज जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इसके पीछे की मुख्य वजह कम उम्र में हार्मोन और मेटाबॉलिज्म में होने वाले बदलाव माने जाते हैं, जो जीवनभर स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। ऐसे में जिन महिलाओं में ये लक्षण दिखाई देते हैं, उन्हें नियमित स्वास्थ्य जांच और जीवनशैली में सुधार करना चाहिए।


महिलाओं के लिए सुझाव

यदि आपके साथ या आपके परिवार की किसी महिला के साथ जल्दी पीरियड्स या जल्दी प्रेग्नेंट होने का अनुभव हो रहा है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आपको अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है।


नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं, विशेषकर शुगर और हार्ट हेल्थ से संबंधित परीक्षण।


एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और खुद को सक्रिय रखें।


अच्छी नींद और संतुलित आहार लेना भी आवश्यक है।


सही आहार और व्यायाम के माध्यम से अपने वजन को नियंत्रित रखें।