कम नींद से होने वाली समस्याएं और उनके प्रभाव
आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण कई लोग रात में नींद नहीं ले पा रहे हैं, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम नींद की कमी के कारणों और इसके दुष्प्रभावों पर चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे नींद की कमी से भूलने की बीमारी हो सकती है और इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।
Oct 14, 2025, 08:53 IST
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नींद की कमी और उसके दुष्प्रभाव
आज की दुनिया में लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव आया है, जिसके चलते कई व्यक्तियों को रात में नींद नहीं आती। यह समस्या न केवल मानसिक तनाव का कारण बनती है, बल्कि इससे भूलने की बीमारी भी हो सकती है। इस लेख में हम नींद की कमी से होने वाली परेशानियों पर चर्चा करेंगे।
रात में नींद न आने का मुख्य कारण हमारा दिमाग होता है। जब हमारा मस्तिष्क सक्रिय रहता है, तो हमें नींद नहीं आती। कई बार दिमाग में उठने वाले प्रश्न और प्रोटीन के स्तर में वृद्धि भी नींद को प्रभावित करते हैं, जिससे हमें कम नींद आती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, एमीलॉयड बीटा नामक प्रोटीन का बढ़ना नींद की कमी का एक कारण है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम प्रतिदिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लें।