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करनाल के 'गूगल बॉय' कौटिल्य पंडित ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में मास्टर ऑफ फिजिक्स के लिए किया चयन

करनाल के कौटिल्य पंडित, जिन्हें 'गूगल बॉय' के नाम से जाना जाता है, ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में मास्टर ऑफ फिजिक्स के लिए चयनित किया है। उनकी बुद्धिमत्ता और प्रतिभा ने उन्हें 5 साल की उम्र में ही पहचान दिलाई थी। अब, 17 साल की उम्र में, वह एक नई उपलब्धि की ओर बढ़ रहे हैं। जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी और कैसे उन्होंने अपनी शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की।
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करनाल के 'गूगल बॉय' कौटिल्य पंडित ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में मास्टर ऑफ फिजिक्स के लिए किया चयन

कौटिल्य पंडित की नई उपलब्धि

हरियाणा के करनाल के कौटिल्य पंडित, जिन्हें 'गूगल बॉय' के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। केवल 5 साल की उम्र में, उन्होंने दुनिया के विभिन्न देशों की राजधानियों, मुद्राओं, जनसंख्या और भौगोलिक तथ्यों को आसानी से याद कर लिया था। अब, 17 साल की उम्र में, वह एक नई उपलब्धि की ओर बढ़ रहे हैं। इंग्लैंड की प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें मास्टर ऑफ फिजिक्स के लिए चुना है और इसके साथ ही उन्हें 25 लाख रुपये की स्कॉलरशिप भी प्रदान की गई है।


KBC से मिली पहचान

कौटिल्य को असली पहचान तब मिली जब वह 5 साल की उम्र में अमिताभ बच्चन के लोकप्रिय शो 'कौन बनेगा करोड़पति' की हॉट सीट पर बैठे। उनकी बुद्धिमत्ता ने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। अब, ऑक्सफोर्ड के बॉलियोल कॉलेज ने उन्हें अगस्त 2025 में मास्टर ऑफ फिजिक्स प्रोग्राम के लिए आमंत्रित किया है। वह यहाँ ब्रह्मांड विज्ञान, प्लाज्मा फिजिक्स, डार्क मैटर, पार्टिकल थ्योरी और मानवता के लिए AI जैसे विषयों पर शोध करेंगे।


प्रारंभिक प्रतिभा

कौटिल्य ने करनाल के जीडी गोयंका स्कूल से 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है। उनकी प्रतिभा बचपन से ही स्पष्ट थी। एक बार, जब उनके शिक्षक ने उन्हें एटलस दिया, तो उन्होंने उसे कुछ ही समय में याद कर लिया। उनके दादा ने उनकी इस विशेष प्रतिभा को पहचाना और उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया। कौटिल्य अपने दादा को अपना सच्चा मित्र और मार्गदर्शक मानते हैं।


असाधारण IQ

कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विशेषज्ञों ने कौटिल्य का IQ स्तर 130 से 150 के बीच पाया, जो कि असाधारण माना जाता है। उनकी प्रतिभा का एक और उदाहरण तब सामने आया जब वह आठवीं कक्षा में थे। कोविड के दौरान, उन्होंने केवल 2 महीनों में 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों को फिजिक्स और केमिस्ट्री का पूरा पाठ्यक्रम पढ़ाया।