करवा चौथ पर सेहत का ध्यान रखने के लिए उपयोगी टिप्स

करवा चौथ का महत्व और सेहत का ख्याल
करवा चौथ का त्योहार कल मनाया जाएगा, जो सुहागिन महिलाओं के लिए एक विशेष दिन है। इस दिन महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में, व्रत के दौरान सेहत का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर पाचन स्वास्थ्य का। आइए जानते हैं कुछ सरल उपाय जो आपकी सेहत के लिए लाभकारी होंगे।
सरगी में क्या खाना चाहिए
सरगी (व्रत से पहले) में क्या खाएं
हाइड्रेशन के लिए पानी से भरपूर फल जैसे तरबूज और खीरा, साथ ही नारियल पानी, छाछ और दही का सेवन करें। प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ओट्स, दलिया, दाल और सूखे मेवे लें, ताकि दिनभर ऊर्जा बनी रहे। तले-भुने, अत्यधिक मसालेदार या मीठे खाद्य पदार्थों, कैफीन और जंक फूड से दूर रहें, क्योंकि ये पेट में भारीपन और एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
व्रत खोलते समय क्या खाना चाहिए
व्रत खोलते समय क्या खाएं
व्रत के बाद सबसे पहले नारियल पानी, छाछ या साधारण पानी पिएं। इसके बाद, खजूर या ताजे फल जैसे पपीता और सेब लें, ताकि पेट को धीरे-धीरे पोषण मिले। इसके बाद हल्का भोजन जैसे दही-चावल, मूंग दाल की खिचड़ी या रोटी-सब्जी का सेवन करें। तले-भुने, मसालेदार खाद्य पदार्थों और मीठाइयों से बचें, क्योंकि ये गैस, एसिडिटी और अपच का कारण बन सकते हैं।
गट हेल्थ के लिए टिप्स
गट हेल्थ के लिए खास टिप्स
छाछ और दही जैसी प्रोबायोटिक डाइट व्रत के दौरान पेट के लिए फायदेमंद होती है। जीरा या काला नमक छाछ में मिलाने से पाचन में मदद मिलती है। पूरे दिन आराम करें और अधिक शारीरिक गतिविधियों से बचें।
डायबिटिक पेशेंट के लिए सावधानियां
डायबिटिक पेशेंट किन बातों का रखें ध्यान
डायबिटीज से ग्रसित महिलाओं को व्रत के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सही खानपान, समय पर दवा लेना और ब्लड शुगर की निगरानी करना आवश्यक है। अनियंत्रित डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को सख्त व्रत से बचना चाहिए।
इसके बजाय, वे मोडिफाइड फास्टिंग का विकल्प चुन सकती हैं, जिसमें सूर्योदय से पहले 1-2 गिलास पानी या नारियल पानी पीना शामिल है। व्रत तोड़ने के बाद भी पहले पानी या नारियल पानी का सेवन करें और फिर हल्का भोजन करें।
व्रत के तुरंत बाद तले-भुने खाद्य पदार्थ और मिठाइयां न खाएं। यदि ब्लड शुगर 70 से नीचे या 300 से ऊपर जाए, तो तुरंत व्रत खोलें और डॉक्टर से संपर्क करें। यदि डायबिटीज नियंत्रण में नहीं है या जटिलताएं हैं, तो व्रत करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।