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कान में कॉटन स्वैब के उपयोग के खतरों से बचें: जानें सही देखभाल के तरीके

कान में खुजली या भारीपन महसूस होने पर कॉटन स्वैब का उपयोग करना आम है, लेकिन यह आदत आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, कॉटन स्वैब से कान की सफाई करने से वैक्स अंदर धकेल दिया जाता है, जिससे संक्रमण और सुनने की क्षमता में कमी का खतरा बढ़ जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कॉटन स्वैब के उपयोग के क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं और कान की सही देखभाल के तरीके क्या हैं।
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कान में कॉटन स्वैब के उपयोग के खतरों से बचें: जानें सही देखभाल के तरीके

कान में कॉटन स्वैब के खतरनाक प्रभाव: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव

कान में खुजली या भारीपन महसूस होने पर कॉटन स्वैब का उपयोग करना आम है, लेकिन यह आदत आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। नई दिल्ली |


कई लोग सोचते हैं कि कॉटन स्वैब से कान की सफाई हो जाएगी, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इससे वैक्स अंदर धकेल दिया जाता है, जिससे संक्रमण, सूजन और सुनने की क्षमता में कमी का खतरा बढ़ जाता है। आइए, जानते हैं कॉटन स्वैब के उपयोग के खतरों और कान की देखभाल के सही तरीके।


कान का वैक्स: एक आवश्यक सुरक्षा

कान में बनने वाला वैक्स कोई गंदगी नहीं है, बल्कि यह कान की प्राकृतिक सुरक्षा का एक हिस्सा है। यह धूल, बैक्टीरिया और कीड़ों से कान की रक्षा करता है।


जब आप कॉटन स्वैब से इसे निकालने की कोशिश करते हैं, तो यह वैक्स को अंदर धकेल देता है, जिससे कान की नली बंद हो सकती है और सुनने में कठिनाई हो सकती है।


ईयरड्रम को खतरा

कान का पर्दा, जिसे ईयरड्रम कहा जाता है, बहुत नाजुक होता है। कॉटन स्वैब से कुरेदने पर यह फट सकता है, जिससे तेज दर्द, सुनने में कमी और चक्कर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी यह नुकसान स्थायी भी हो सकता है।


संक्रमण का खतरा

कॉटन स्वैब को गहराई तक ले जाने से कान में छोटे जख्म हो सकते हैं। इन जख्मों के जरिए बैक्टीरिया और वायरस अंदर घुस सकते हैं, जिससे सूजन, मवाद और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसा करने से क्रॉनिक ईयर डिजीज भी हो सकती है।


सुनने की क्षमता पर प्रभाव

कॉटन स्वैब की आदत धीरे-धीरे सुनने की शक्ति को कम कर सकती है। वैक्स अंदर जमा होकर सख्त प्लग बनाता है, जिससे आवाज ठीक से सुनाई नहीं देती। यदि समय पर इलाज न किया गया, तो यह बहरापन का कारण बन सकता है।


कान की प्राकृतिक सफाई में बाधा

कान अपनी सफाई स्वयं करने की क्षमता रखता है। जबड़े की हलचल या चबाने से वैक्स धीरे-धीरे बाहर आता है। कॉटन स्वैब के उपयोग से यह प्राकृतिक प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे ब्लॉकेज की समस्या और बढ़ती है।


कान की सही देखभाल

यदि आपको लगता है कि वैक्स अधिक जमा हो गया है, तो तुरंत ENT विशेषज्ञ से संपर्क करें। घर पर कॉटन स्वैब का उपयोग न करें। डॉक्टर की सलाह पर ईयर ड्रॉप्स का उपयोग करें या विशेषज्ञ से कान साफ करवाएं।


महत्वपूर्ण नोट

इस लेख में दिए गए सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें चिकित्सा सलाह के रूप में न लें। कोई भी उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।