किसानों का बीमा घोटाले के खिलाफ धरना 20वें दिन भी जारी

किसान संघर्ष जारी, सरकार की अनदेखी पर सवाल
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। 2023 के खरीफ सीजन में फसल बीमा क्लेम में अनियमितताओं को लेकर बाढड़ा में किसानों का धरना आज 20वें दिन में प्रवेश कर गया है। किसानों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी तरह से उचित हैं और सरकार को इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द करना चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक महादेव बलाली ने धरने में बैठे किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। यदि उनकी मांगें समय पर नहीं मानी गईं, तो सरकार को यह समझना चाहिए कि किसान संघर्ष करने वाली कौम हैं।
महादेव बलाली की मांगें
महादेव बलाली ने कहा कि इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके और किसानों को उनका हक मिल सके। उन्होंने कहा कि 350 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम कोई छोटी राशि नहीं है। बीमा क्लेम कंपनी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीमा राशि का वितरण सही तरीके से नहीं हुआ और इसमें बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है।
घोटाले का दायरा
धरने को संबोधित करते हुए श्योराण खाप पच्चीस के अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह बेरला ने कहा कि खरीफ 2023 कपास बीमा क्लेम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता के चलते, जिला भिवानी और चरखी-दादरी के 450 करोड़ रुपये के क्लेम को लगभग 100 करोड़ रुपये कर दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में वर्ष 2022-23 में जहां फसल बीमा क्लेम 2497 करोड़ रुपये मिला, वहीं चुनावी वर्ष 2023-24 में यह क्लेम केवल 224 करोड़ रुपये किसानों को दिया गया है। यह घोटाला हरियाणा भर में 2250 करोड़ रुपये से अधिक की कमी को उजागर करता है।
किसानों का जागरूकता अभियान
किसान सभा के अध्यक्ष रघबीर श्योराण ने कहा कि बाढड़ा धरना कमेटी ने इस लूट को उजागर करने के लिए एक टीम बनाई है, जो गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक करेगी और धरना-प्रदर्शन में भागीदारी के लिए प्रचार अभियान शुरू करेगी। धरने में कई किसान नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।