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कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का तटबंध टूटने से फसलें जलमग्न

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का तटबंध टूटने से कई गांवों में बाढ़ आ गई है। खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गईं हैं, जिससे किसानों में आक्रोश है। प्रशासन की अनदेखी के चलते ग्रामीणों ने राहत की मांग की है। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से।
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कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का तटबंध टूटने से फसलें जलमग्न

खेतों में पानी भरने से फसलें प्रभावित


कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के नैसी गांव में शाम के समय मारकंडा नदी का तटबंध टूट गया, जिससे पानी कई गांवों में फैल गया। खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गईं। तटबंध के टूटने से नदी का तेज बहाव खेतों की ओर मुड़ गया, जिससे फसलें तेजी से डूबने लगीं। किसानों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर तटबंध को फिर से बांधने का प्रयास किया, लेकिन पानी तेजी से फैलता गया।


प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों में आक्रोश

ग्रामीणों ने रात में ही प्रशासन को सूचित किया, लेकिन राहत टीम मौके पर नहीं पहुंची। इस पर ग्रामीणों और किसानों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि पिछले वर्ष 2023 में भी नैसी में तटबंध टूटा था, लेकिन इस बार मानसून से पहले कोई तैयारी नहीं की गई। इसी दौरान, जलबेहड़ा गांव में भी तटबंध टूटने से फसलें जलमग्न हो गईं और संत कॉलोनी में पानी भर गया।


स्थायी समाधान की आवश्यकता

ग्रामीणों का कहना है कि हर बार बारिश के बाद ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन स्थायी समाधान नहीं किया गया। न ही कोई अधिकारी मारकंडा नदी की स्थिति का निरीक्षण करने आया। पिछले साल भी तटबंध टूटने के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए।


अन्य प्रभावित गांव

सोमवार को शाहाबाद के कठवा, गुमटी, कलसाना, मलकपुर, मुगल माजरा और तंगौर गांवों में भी मारकंडा नदी का पानी ओवरफ्लो हो गया। इससे नदी का पानी इन गांवों के खेतों में पहुंच गया, जिससे लगभग 1800 एकड़ फसलें डूब गईं।