केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने गुरदासपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
गुरदासपुर: केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने पंजाब के गुरदासपुर जिले के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आकलन किया और प्रभावित परिवारों से बातचीत की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पंजाब में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। केंद्र सरकार इस संकट के समय में पीड़ितों के साथ खड़ी है। विशेष रूप से, करतारपुर कॉरिडोर को बाढ़ के पानी ने गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जिसकी मरम्मत का कार्य केंद्र सरकार जल्द शुरू करेगी।
शोभा करंदलाजे ने बताया कि यह कॉरिडोर केंद्र सरकार द्वारा निर्मित है, इसलिए इसकी देखभाल और मरम्मत का जिम्मा भी केंद्र का है। उन्होंने कहा, "बाढ़ के कारण पंजाब में कई जानें गईं, सैकड़ों पशु बह गए और हजारों घर तबाह हो गए। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।" आंकड़ों के अनुसार, गुरदासपुर सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 1.45 लाख लोग और 324 गांव जलमग्न हो गए हैं। पूरे पंजाब में 23 जिलों के 1,902 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, 3.8 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 43 से अधिक मौतें हुई हैं। कृषि क्षेत्र को भी भारी नुकसान हुआ है, जहां 1.48 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गईं।
उन्होंने केंद्र सरकार की तत्परता की सराहना की और बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 1,600 करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है। 9 सितंबर को पीएम ने गुरदासपुर का हवाई सर्वेक्षण किया और प्रभावित लोगों से मिले। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी 4 सितंबर को गुरदासपुर और अन्य प्रभावित जिलों का दौरा किया और किसानों को केंद्र से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। इसके अलावा, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, बीएसएफ और एनजीओ जैसे खालसा एड ने बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य किए। गुरदासपुर में सेना ने हेलीकॉप्टर से 27 लोगों को सुरक्षित निकाला और कुल 11,330 लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित किया गया।
हालांकि, शोभा करंदलाजे ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार के पास पहले से 12,000 करोड़ रुपये उपलब्ध थे, लेकिन इन्हें खर्च नहीं किया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य को बाढ़ प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारी करनी चाहिए, जैसे सतलुज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियों के तटबंधों को मजबूत करना।
केंद्रीय मंत्री ने प्रभावितों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार फसल क्षतिपूर्ति, घरों के पुनर्निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने एनजीओ और स्थानीय प्रशासन से राहत कार्यों को तेज करने का आग्रह किया। गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक, कलानौर और बहरामपुर जैसे क्षेत्रों में राहत शिविर चल रहे हैं। पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने भी 3 सितंबर को इन क्षेत्रों का दौरा किया था, जो केंद्र-राज्य सहयोग को मजबूत करने का संकेत देता है।