केदारनाथ यात्रा 2025: रजिस्ट्रेशन से लेकर यात्रा मार्ग तक की जानकारी

केदारनाथ यात्रा 2025: रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
केदारनाथ यात्रा 2025 का समय आ गया है! भगवान शिव के पवित्र धाम, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है, की यात्रा हर श्रद्धालु का सपना होती है। लेकिन इस आध्यात्मिक यात्रा पर जाने से पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। चाहे आप पैदल यात्रा करें या हेलिकॉप्टर का उपयोग करें, रजिस्ट्रेशन के बिना यात्रा संभव नहीं है। हम आपके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज और यात्रा मार्ग की संपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं। तो, अपने बैग तैयार करें और बाबा केदार के दर्शन की योजना बनाना शुरू करें!
केदारनाथ यात्रा 2025: रजिस्ट्रेशन का अवसर
केदारनाथ यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अच्छी बात यह है कि इसके लिए कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है। यात्रा के पूरे समय में रजिस्ट्रेशन खुला रहेगा। हालांकि, यदि आप हेलिकॉप्टर सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्दी रजिस्टर करना बेहतर होगा, क्योंकि सीटें सीमित हैं।
आवश्यक दस्तावेज
रजिस्ट्रेशन के लिए आपको आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे वैध फोटो पहचान पत्र की आवश्यकता होगी। कुछ मामलों में स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी मांगा जा सकता है। ये दस्तावेज आपके यात्रा पास के रूप में कार्य करेंगे। इन्हें तैयार रखें ताकि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
रजिस्ट्रेशन की सरल प्रक्रिया
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए संबंधित वेबसाइट पर जाएं। लॉगिन करें और यात्रा की तारीख और विवरण भरें। रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर (URN) प्राप्त होगा। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश या सोनप्रयाग के काउंटर पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। दोनों तरीके सरल और विश्वसनीय हैं।
यात्रा का मार्ग
केदारनाथ तक कोई सीधी सड़क नहीं है। ऋषिकेश से गुप्तकाशी होते हुए सोनप्रयाग तक सड़क मार्ग उपलब्ध है। वहां से गौरीकुंड तक पहुंचें, और फिर 16 किमी का पैदल ट्रैक शुरू करें। हेलिकॉप्टर सेवा फाटा, गुप्तकाशी और सिरसी से उपलब्ध है। यह मार्ग चुनौतीपूर्ण है, लेकिन आध्यात्मिक अनुभव से भरा हुआ है।