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क्या भारतीयों की खर्च करने की आदतें बदल रही हैं? शराब पर बढ़ता खर्च है चिंता का विषय

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की नई रिपोर्ट ने भारतीयों की खर्च करने की आदतों में बदलाव को उजागर किया है। रिपोर्ट के अनुसार, लोग अब कपड़ों की तुलना में शराब पर अधिक खर्च कर रहे हैं। इसके साथ ही, खाद्य सामग्री और स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च में वृद्धि देखी गई है। इस लेख में जानें कि किन चीजों पर खर्च बढ़ा है और कहाँ कटौती की गई है। क्या यह बदलाव उपभोक्ता प्राथमिकताओं में एक नया ट्रेंड है? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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क्या भारतीयों की खर्च करने की आदतें बदल रही हैं? शराब पर बढ़ता खर्च है चिंता का विषय

खर्च करने की नई आदतें

हाल ही में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट ने यह दर्शाया है कि भारतीय नागरिक अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा शराब पर खर्च कर रहे हैं। यह रिपोर्ट उपभोक्ता व्यवहार में हो रहे महत्वपूर्ण बदलावों की ओर इशारा करती है।


वित्तीय वर्ष 2023-24 में, देशवासियों ने कपड़ों पर 7.29 लाख करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि शराब पर खर्च 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। हालांकि, कपड़ों पर खर्च अभी भी शराब से अधिक है, लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में यह एक नया ट्रेंड है। उदाहरण के लिए, 2022-23 में कपड़ों पर खर्च 7.60 लाख करोड़ रुपये था, जो इस वर्ष घटकर 7.29 लाख करोड़ रुपये रह गया। वहीं, शराब पर खर्च में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो कि 0.95 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.20 लाख करोड़ रुपये हो गया।


किस चीज़ पर बढ़ा खर्च?

  • रिपोर्ट के अनुसार, भारतीयों ने खाद्य सामग्री पर खर्च बढ़ाया है।
  • अनाज, दालें, दूध, अंडे, चीज़, फल और सब्जियों पर अधिक खर्च किया गया है।
  • चॉकलेट, चीनी और जैम जैसी चीज़ों पर खर्च में 19.78% की वृद्धि देखी गई है।
  • स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च में 18.75% की बढ़ोतरी हुई है, जो लोगों की सेहत के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है।
  • इंटरनेट और मोबाइल जैसी संचार सेवाओं पर खर्च में 8% की वृद्धि हुई है।
  • इस प्रकार, कुल उपभोक्ता खर्च 2023-24 में 9.72% बढ़कर 181.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।


कहाँ हुआ खर्च में कमी?

  • रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि कुछ आवश्यक चीज़ों पर खर्च में कमी आई है।
  • तेल और फैट्स पर खर्च में 19.67% की कमी आई है।
  • बीमा प्रीमियम पर खर्च में 3.39% की गिरावट देखी गई है।
  • मनोरंजन जैसे मूवी और शो पर खर्च में 1.38% की कमी आई है।


निष्कर्ष

CMIE की रिपोर्ट से स्पष्ट है कि आम आदमी की खर्च करने की प्राथमिकताएँ बदल रही हैं। जहाँ खाद्य सामग्री और स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ा है, वहीं कपड़ों और बीमा जैसे क्षेत्रों में कमी आई है। शराब पर बढ़ता खर्च एक चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन यह भी दर्शाता है कि उपभोक्ता अब अपने निर्णयों में स्वतंत्रता और अलग प्राथमिकताओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं।