खर्राटों से छुटकारा पाने के प्रभावी उपाय
खर्राटे एक आम समस्या है, जो मोटापे, धूम्रपान और ठंडी चीजों के सेवन से बढ़ सकती है। इस लेख में, हम खर्राटों के कारणों और उनसे छुटकारा पाने के प्रभावी उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे नियमित व्यायाम और प्राणायाम से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
Jun 21, 2025, 05:24 IST
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खर्राटों का कारण और समाधान
खर्राटों की समस्या: मोटापे के कारण अक्सर खर्राटे आने लगते हैं। जब शरीर में चर्बी बढ़ती है, खासकर पेट के आसपास, तो खर्राटे आना सामान्य हो जाता है।
- खर्राटों का एक अन्य कारण गले में कफ का जमना है। जब गले में कफ जमा होता है, तो व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है। गले में युव्युला टिश्यू का आकार बढ़ने से सांस में रुकावट आती है, जिससे खर्राटे की आवाज आती है।
- खर्राटों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
ठंडी चीजों से बचें:
- यदि आपको खर्राटे आ रहे हैं, तो ठंडी चीजों का सेवन न करें, जैसे आइसक्रीम या फ्रिज में रखी अन्य वस्तुएं। ठंडी चीजें गले की नसों को सिकोड़ देती हैं, जिससे खर्राटे की समस्या बढ़ सकती है।
शराब का सेवन कम करें:
- शराब पीने से भी खर्राटे आने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए इसका सेवन सीमित करें।
- दवाइयों का अधिक सेवन न करें, क्योंकि इससे भी खर्राटे की समस्या हो सकती है। कई लोग नींद की गोलियां लेते हैं, जो आगे चलकर खर्राटे का कारण बन सकती हैं।
धूम्रपान से बचें:
- धूम्रपान खर्राटों का एक प्रमुख कारण है। सिगरेट का धुआं गले में जाकर फेफड़ों तक पहुंचता है, जिससे खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है। धुएं में मौजूद कार्बन के कण गले में अटक जाते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
- धूम्रपान का सबसे बुरा प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है। फेफड़ों में जाली नुमा कोशिकाएं होती हैं, जहां धुआं कार्बन छोड़ता है। जब ये कण इकट्ठा हो जाते हैं, तो सांस लेने में समस्या होती है, जिससे गले में संक्रमण और खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है।
- इससे बचने के लिए धूम्रपान छोड़ें और यदि आपका वजन बढ़ रहा है, तो नियमित व्यायाम करें। सुबह की सैर करें और अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। ये योगासन गले की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अनुलोम विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति करने से खर्राटों की समस्या से राहत मिल सकती है।