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गर्भधारण के लिए सही उम्र: बांझपन की समस्या और समाधान

आज के प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में, करियर के पीछे भागने के कारण शादी में देरी हो रही है, जिससे बांझपन की समस्या बढ़ रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि लड़कियों के लिए गर्भधारण की सही उम्र क्या होनी चाहिए और कैसे उम्र का प्रभाव प्रजनन क्षमता पर पड़ता है।
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गर्भधारण के लिए सही उम्र: बांझपन की समस्या और समाधान

बांझपन की बढ़ती समस्या

आजकल के प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में, लोग अपने करियर पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसके चलते शादी में देरी हो रही है। यह न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर बांझपन की समस्या को बढ़ा रहा है। आइए जानते हैं कि लड़कियों के लिए गर्भधारण की सही उम्र क्या होनी चाहिए।


लड़कियों की प्रजनन क्षमता

लड़कियों को आमतौर पर 13 से 14 साल की उम्र में पहली बार पीरियड्स का अनुभव होता है। यह संकेत है कि उनका शरीर गर्भधारण के लिए तैयार हो रहा है। लगभग 18 साल की उम्र तक, उनका शरीर गर्भधारण के लिए पूरी तरह से सक्षम हो जाता है। इसी कारण भारत सरकार ने लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित की है।


उम्र और गर्भधारण की क्षमता

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, लड़कियों की गर्भधारण की क्षमता में कमी आती है। वर्तमान समय में, अधिकांश लोग 28 से 30 साल की उम्र में शादी कर रहे हैं, जिससे बांझपन की समस्या और भी बढ़ रही है।