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गर्भवती महिला ने बास्केटबॉल के आकार के ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया

भिवाड़ी की 25 वर्षीय गर्भवती महिला ने अपनी पहली प्रेग्नेंसी में बास्केटबॉल के आकार के ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटवाया। यह ट्यूमर 14 सप्ताह की गर्भावस्था में एक अल्ट्रासाउंड स्कैन के दौरान पाया गया था। डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी के माध्यम से ट्यूमर को निकाला और महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जानें इस अद्भुत चिकित्सा प्रक्रिया के बारे में और कैसे डॉक्टरों ने मां और बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित की।
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गर्भवती महिला ने बास्केटबॉल के आकार के ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया

गर्भवती महिला का अद्भुत अनुभव

गर्भवती महिला का मामला: भिवाड़ी की 25 वर्षीय गर्भवती महिला ने अपनी पहली प्रेग्नेंसी के दौरान एक बड़ी चुनौती का सामना करते हुए एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। महिला के अंडाशय में बास्केटबॉल के आकार का एक ट्यूमर पाया गया, जिसे दिल्ली के द्वारका में एक निजी अस्पताल में जटिल सर्जरी के माध्यम से निकाला गया। यह ट्यूमर 14 सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान एक नियमित अल्ट्रासाउंड स्कैन में सामने आया था।


महिला के पेट से निकाला गया बड़ा ट्यूमर


गर्भवती महिला ने 14वें सप्ताह में पाए गए बास्केटबॉल के आकार के ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी करवाई और सफलतापूर्वक एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, द्वारका के एक निजी अस्पताल में यह जटिल प्रक्रिया की गई, जहां डॉक्टरों को अजन्मे बच्चे की सुरक्षा और ट्यूमर के उपचार के बीच संतुलन बनाना था। अल्ट्रासाउंड स्कैन में पेट में असामान्य रूप से बड़ा ट्यूमर दिखाई दिया। अब डॉक्टरों की मेहनत से मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।


दिल्ली के डॉक्टरों की विशेषज्ञता से सुरक्षित जच्चा-बच्चा


अल्ट्रासाउंड में एक असामान्य रूप से बड़ा ट्यूमर दिखा, जिसके प्रारंभिक परीक्षणों में अंडाशय के कैंसर की आशंका जताई गई थी। यह स्थिति मां और अजन्मे बच्चे दोनों के लिए खतरनाक थी। डॉक्टरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि ट्यूमर का इलाज करते समय गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस जटिल मामले में सर्जरी का निर्णय लिया गया, जो अपने आप में एक दुर्लभ और जोखिम भरा कदम था।


द्वारका के अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने सावधानीपूर्वक योजना बनाई। सर्जरी के दौरान ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाला गया और गर्भवती महिला की स्थिति स्थिर रही। सबसे बड़ी राहत तब मिली जब सर्जरी के बाद गर्भावस्था सामान्य रूप से आगे बढ़ी। कुछ महीनों बाद महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ है और मां की स्थिति भी अब स्थिर है।