गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम

कोल्ड ड्रिंक्स का बढ़ता सेवन
गर्मियों के मौसम में, कोल्ड ड्रिंक और सॉफ्ट ड्रिंक्स का उपयोग काफी बढ़ जाता है। लोग आमतौर पर प्यास बुझाने के लिए इन पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। हालांकि, ये पेय शरीर को तात्कालिक ठंडक प्रदान करते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इनमें से एक कोल्ड ड्रिंक में लगभग दस चम्मच चीनी हो सकती है, जो मोटापा और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।
शरीर का वजन बढ़ने से मेटाबॉलिक डिसऑर्डर, हाइपरटेंशन और हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। अधिक चीनी शरीर में ग्लाइकोजन के रूप में जमा होने लगती है। लगातार कोल्ड ड्रिंक पीने से शुगर का स्तर बढ़ता है, जिससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। कोल्ड ड्रिंक की अम्लीय प्रकृति इसके पीएच स्तर के कारण होती है।
इसका दांतों के इनेमल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे दांत जल्दी खराब हो जाते हैं और कमजोर तथा पीले हो जाते हैं। कुछ कोल्ड ड्रिंक्स में फॉस्फोरिक एसिड भी होता है, जो हड्डियों को कमजोर कर सकता है। इसके अलावा, कोल्ड ड्रिंक्स में पोषक तत्वों की कमी होती है, जिससे त्वचा की कोमलता और लचीलापन भी कम हो जाता है।