गर्मी के मौसम में सावधानी बरतें: डॉ. रामचंद्र सोनी की सलाह

गर्मी और स्वास्थ्य पर प्रभाव
फरीदाबाद में गर्मी का बढ़ता तापमान, जो 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है, शहरवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। लू और डिहाइड्रेशन जैसी स्थितियों का खतरा बढ़ गया है। इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही भी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए, लोगों को अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करने की सलाह दी गई है।
डिहाइड्रेशन के लक्षण
एकॉर्ड अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख, डॉ. रामचंद्र सोनी ने बताया कि गर्मी में शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। इसके लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, प्यास लगना और उल्टी शामिल हैं। यदि इन लक्षणों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो व्यक्ति हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
लू लगने के लक्षण
डॉ. सोनी ने कहा कि लू लगने पर त्वचा लाल या सूखी हो सकती है, और पैरों में दर्द और थकावट महसूस हो सकती है। लंबे समय तक धूप में रहने से भ्रम, मुंह सूखना, अधिक पसीना आना, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में ओआरएस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, लस्सी या सत्तू का सेवन करना चाहिए।
हीट स्ट्रोक से बचाव के उपाय
डॉ. रामचंद्र सोनी ने बताया कि गर्मी को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित रखकर, समय-समय पर पेय पदार्थों का सेवन करके और सावधानी बरतकर हम लू और डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं।