गाजा में अकाल की स्थिति: वैश्विक समुदाय की चिंता बढ़ी

गाजा में अकाल की स्थिति की घोषणा
गाजा सिटी और उसके आस-पास के क्षेत्रों में आधिकारिक तौर पर अकाल की स्थिति की घोषणा की गई है। वैश्विक भुखमरी निगरानी संस्था, इंटीग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन (आईपीसी) ने शुक्रवार, 22 अगस्त 2025 को चेतावनी दी कि भुखमरी तेजी से पूरे फिलिस्तीनी क्षेत्र में फैल रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दो फिलिस्तीनियों की भुखमरी से मौत हो गई, जबकि इजरायली हमलों में 71 लोग मारे गए हैं.
भुखमरी की गंभीरता
आईपीसी के अनुसार, गाजा में 5,14,000 लोग लगभग हर चार में से एक फिलिस्तीनी पहले से ही अकाल की स्थिति का सामना कर रहे हैं। सितंबर के अंत तक यह संख्या बढ़कर 6,41,000 तक पहुंचने की संभावना है। गाजा सिटी में अकेले 2,80,000 लोग इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण भुखमरी का सामना कर रहे हैं। आईपीसी ने बताया कि यह अफ्रीका के बाहर का पहला दर्ज किया गया अकाल है, और यह कुछ हफ्तों में दक्षिणी क्षेत्रों जैसे देयर अल-बलाह और खान यूनिस तक फैल सकता है.
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली हमले पर जताई नाराजगी
संयुक्त राष्ट्र ने इस स्थिति को "मानव निर्मित आपदा" करार दिया है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे "मानवता की नैतिक निंदा और विफलता" बताते हुए तत्काल युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और बिना किसी दिक्कत के मानवीय मदद की मांग की। यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा, "गाजा में अकाल इजरायली कार्रवाइयों का प्रत्यक्ष परिणाम है और भुखमरी से होने वाली मौतें युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकती हैं."
इजरायल का बयान
जानिए इजरायल ने क्या कहा?
इजरायल ने अकाल की रिपोर्ट को "झूठा और पक्षपातपूर्ण" बताकर खारिज किया है। इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा, "गाजा में कोई अकाल नहीं है." उन्होंने आईपीसी की रिपोर्ट को हमास के स्रोतों पर आधारित बताते हुए आरोप लगाया कि इस प्रणाली ने अपने ही नियमों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है.
हमास की मांग
हमास ने सहायता के लिए गाजा सीमा खोलने की मांग की
संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अकाल घोषित किए जाने के बाद, हमास ने गाजा में युद्ध को तुरंत समाप्त करने और पट्टी में मदद के प्रवाह पर इजरायल द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है। हमास ने "युद्ध को रोकने और घेराबंदी हटाने के लिए संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद से तत्काल कार्रवाई" की मांग की है और कहा है कि गाजा में सीमा पार "बिना किसी प्रतिबंध के खोली जाए ताकि भोजन, दवा, पानी और ईंधन का तत्काल और लगातार प्रवेश हो सके."
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गाजा सिटी के अकाल पर जताई चिंता
इस बीच, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और कई यूरोपीय देशों ने गाजा की मानवीय स्थिति को "अकल्पनीय स्तर" पर पहुंचने की बात कही है। रॉयटर्स के एक सर्वे में 65% अमेरिकियों ने कहा कि अमेरिका को गाजा में भुखमरी से जूझ रहे लोगों की मदद करनी चाहिए। बता दें कि, बीते 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद, जिसमें 1,200 इजरायलियों की मौत हुई और 250 बंधक बनाए गए, अब तक 62,263 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.