गुरथली गांव में आत्महत्या के मामले में ग्रामीणों का प्रदर्शन

जगतार सिंह का आत्महत्या मामला
गुरथली गांव के निवासी जगतार सिंह ने सुरजाखेड़ा गांव के पास एक पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण नरवाना के नागरिक अस्पताल में इकट्ठा हुए। ग्रामीणों और परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक वे जगतार के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे।
डीएसपी कमलदीप राणा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी। इसके बाद ही ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने पर सहमति जताई। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया, जिन्होंने बाद में जगतार का अंतिम संस्कार किया।
आत्महत्या से पहले का वीडियो
जगतार ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने अपने गांव के राजेश को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा कि राजेश और तीन अन्य लोग इस साजिश में शामिल हैं। वीडियो में जगतार ने बताया कि राजेश ने उसे झूठे मुकदमे में फंसाया था, जिसे वह सहन नहीं कर सका।
जगतार की पत्नी नन्ही देवी ने गढ़ी थाना पुलिस को शिकायत दी, जिसमें उसने कहा कि राजेश ने 2023 में उसके पति के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था। जांच में जगतार को निर्दोष पाया गया था, लेकिन बाद में उसे अदालत में तलब किया गया।
मानसिक उत्पीड़न का आरोप
नन्ही देवी ने अपनी शिकायत में कहा कि राजेश और उसके साथी लगातार उसके पति को मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। उन्होंने बार-बार झूठी शिकायतें दीं और धमकी दी कि वे उसे और उसके परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा देंगे। इस मानसिक दबाव के कारण जगतार ने आत्महत्या कर ली।
गढ़ी थाना पुलिस ने नन्ही देवी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ग्रामीणों का विरोध
इस घटना के बाद गुरथली गांव के लोगों में गहरा आक्रोश था। वीरवार को ग्रामीणों ने जगतार के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती, तब तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे।
डीएसपी कमलदीप राणा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पुलिस कार्रवाई कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम संभव हो सका।