घर पर बने सूप के स्वास्थ्य लाभ: जानें विभिन्न प्रकार के सूप के फायदे

घर पर सूप बनाने के फायदे
स्वास्थ्य कार्नर: बाजार में मिलने वाले रेडीमेड इंस्टेंट सूप की लोकप्रियता के बावजूद, घर पर बने सूप का स्वाद और पोषण अलग ही होता है। आइए, जानते हैं कि घर पर बनाए गए विभिन्न प्रकार के सूप के क्या-क्या लाभ हैं।
मिक्स वेजिटेबल सूप: पालक, पुदीना, चुकंदर, लौकी, टमाटर, आंवला और अदरक से तैयार किया गया मिक्स वेजिटेबल सूप आयरन, फॉस्फोरस, और विटामिन-बी, सी, और डी से भरपूर होता है। यह पीलिया, लिवर की समस्याओं, कब्ज, भूख बढ़ाने और आंखों के लिए फायदेमंद है। हालांकि, चर्मरोग और शरीर में सूजन होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए। उच्च रक्तचाप के मरीजों को इसे बनाते समय नमक का उपयोग नहीं करना चाहिए।
लौकी का सूप: लौकी में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन-बी और मिनरल्स होते हैं। यह हल्का होने के कारण पेट में भारीपन, भूख न लगने या लिवर की समस्याओं में लाभकारी है। यह पित्तनाशक और खून बढ़ाने वाला भी होता है। इसे किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है।
पिंड-आंवला सूप: पिंड खजूर और आंवला से बना यह सूप आयरन, मिनरल्स और विटामिन-सी और डी से भरपूर होता है। यह शारीरिक कमजोरी, हृदय रोग और आंखों की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। दस्त या बदहजमी की स्थिति में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
सूप का सही सेवन: सूप को हमेशा भोजन से पहले लेना चाहिए। यदि सुबह के समय सूप का सेवन कर रहे हैं, तो नाश्ते के बाद लेना बेहतर है। खाली पेट सूप पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसे लेने के एक घंटे बाद दूध या चाय का सेवन न करें, क्योंकि इससे पेट में एसिडिटी हो सकती है।
ध्यान देने योग्य बातें: सूप को हमेशा ताजा बनाकर ही पिएं। एक दिन से अधिक समय तक रखा हुआ सूप न पिएं, क्योंकि इससे बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते हैं। हमेशा गर्म सूप का सेवन करें और इसे बनाते समय मक्खन, घी, तेल या अन्य चिकनाई का उपयोग न करें, क्योंकि इससे मोटापा बढ़ सकता है।