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घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए योग के प्रभावी आसन

आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में घुटनों का दर्द एक आम समस्या बन गई है, जो अब केवल वृद्धों तक सीमित नहीं है। लंबे समय तक बैठने, वजन बढ़ने और अस्वस्थ खानपान के कारण यह समस्या बढ़ रही है। दवाओं से अस्थायी राहत मिलती है, लेकिन योग के आसन जैसे वृक्षासन, सेतुबंधासन, वीरासन और बालासन स्थायी राहत प्रदान कर सकते हैं। ये आसन घुटनों को मजबूत बनाने और लचीलापन बढ़ाने में मदद करते हैं। जानें कैसे ये आसन आपके घुटनों के दर्द को कम कर सकते हैं।
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घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए योग के प्रभावी आसन

घुटनों के दर्द की समस्या

आजकल की व्यस्त जीवनशैली में घुटनों का दर्द एक सामान्य समस्या बन गई है। पहले यह मुख्य रूप से वृद्ध लोगों में देखा जाता था, लेकिन अब यह युवा और मध्यम आयु के लोगों में भी तेजी से बढ़ रहा है। लंबे समय तक बैठकर काम करना, शारीरिक गतिविधियों की कमी, वजन बढ़ना और अस्वस्थ खानपान इसके प्रमुख कारण हैं। जब लोग घुटनों में दर्द महसूस करते हैं, तो वे अक्सर दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन यह केवल अस्थायी राहत प्रदान करती हैं। यदि आप अपने घुटनों को फिर से मजबूत करना चाहते हैं, तो योग एक सरल और प्रभावी उपाय हो सकता है।


योग के लाभ

आयुष मंत्रालय के अनुसार, योग में कई ऐसे आसन हैं जो घुटनों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और उनमें लचीलापन लाते हैं। यह दवाओं की तुलना में अधिक स्थायी राहत प्रदान कर सकता है।


वृक्षासन

वृक्षासन शरीर के संतुलन को सुधारता है और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े होकर एक पैर को मोड़कर दूसरे पैर की जांघ पर रखें। फिर दोनों हाथों को सिर के ऊपर जोड़कर नमस्कार की मुद्रा बनाएं। इस मुद्रा में खड़े होने से आपका पूरा वजन एक पैर पर होता है, जिससे घुटनों के आसपास की मांसपेशियों पर काम होता है। यह अभ्यास धीरे-धीरे घुटनों को सहारा देने वाले हिस्से को मजबूत करता है और संतुलन में सुधार करता है।


सेतुबंधासन

सेतुबंधासन पीठ के बल लेटकर किया जाता है। इसमें आप अपने घुटनों को मोड़कर पैरों को जमीन पर रखते हैं और धीरे-धीरे कूल्हों और कमर को ऊपर उठाते हैं। यह आसन जांघों, पिंडलियों और पीठ की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे घुटनों पर दबाव कम होता है। इसके नियमित अभ्यास से घुटनों के आसपास के हिस्सों में खिंचाव कम होता है और लचीलापन बढ़ता है।


वीरासन

वीरासन करने के लिए आप अपने घुटनों को मोड़कर एड़ियों के बीच बैठते हैं। यदि यह कठिन लगे, तो आप बैठने के लिए तकिया या योगा ब्लॉक का उपयोग कर सकते हैं। यह मुद्रा जांघों में खिंचाव लाती है और धीरे-धीरे घुटनों को झुकाने की आदत डालती है, जिससे वे अधिक लचीले बनते हैं। यह आसन विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं या जिनके पैरों में अक्सर थकावट होती है।


बालासन

बालासन एक आरामदायक आसन है। इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठकर झुकें और अपनी छाती को जांघों पर टिकाएं, फिर माथा जमीन पर रखें। यह मुद्रा घुटनों को बिना ज्यादा जोर दिए धीरे-धीरे फैलाती है। यदि किसी बुजुर्ग को झुकने में कठिनाई हो, तो वे अपने सिर के नीचे तकिया रख सकते हैं। यह आसन शरीर को रिलैक्स करता है और घुटनों के आसपास के हिस्से में रक्त संचार बढ़ाता है, जिससे सूजन और दर्द में राहत मिलती है।