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चंद्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर: जानें किन राशियों को मिलेगा लाभ

2 अगस्त 2025 को चंद्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर होने जा रहा है, जो कई राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आएगा। यह गोचर मेष, वृषभ, कर्क और वृश्चिक राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होगा। जानें कि किस राशि के जातकों को आर्थिक, व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही, जानें कुछ सरल उपाय जो इस गोचर के दौरान आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
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चंद्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर: जानें किन राशियों को मिलेगा लाभ

चंद्रमा का गोचर और इसका महत्व

Chandra Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को मन और भावनाओं का प्रतीक माना जाता है। यह ग्रह हर 2.5 दिन में अपनी राशि बदलता है, जिससे सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है। 2 अगस्त 2025 की रात 11:52 बजे चंद्रमा वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं। यह गोचर कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ रहेगा, क्योंकि यह उनकी कुंडली के महत्वपूर्ण भावों को सक्रिय करेगा। आइए जानते हैं कि यह गोचर किन राशि वालों के लिए लाभकारी रहेगा?


मेष राशि

मेष राशि


चंद्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर मेष राशि वालों के आठवें भाव में होगा। यह भाव परिवर्तन, गुप्त धन और दीर्घायु से जुड़ा है। इस गोचर के दौरान मेष राशि वाले आर्थिक और व्यक्तिगत क्षेत्र में सकारात्मक बदलावों का अनुभव करेंगे। पुराने निवेशों से लाभ की संभावना बनेगी और अचानक धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं। व्यापारियों को कर्ज से मुक्ति या नए सौदों में सफलता मिल सकती है। प्रेम और पारिवारिक जीवन में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। जीवनसाथी के साथ भावनात्मक जुड़ाव बढ़ेगा और अविवाहित लोगों को विवाह संबंधी शुभ समाचार मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में रिसर्च या गहन विश्लेषण से जुड़े लोग विशेष सफलता प्राप्त करेंगे。


उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें। जरूरतमंदों को काले तिल या सरसों का तेल दान करें।


वृषभ राशि

वृषभ राशि


वृषभ राशि वालों के सातवें भाव को चंद्रमा का यह गोचर प्रभावित करेगा। यह भाव साझेदारी, विवाह और सामाजिक संबंधों का है। यह गोचर वृषभ राशि वालों के लिए रिश्तों में मधुरता और व्यापार में स्थिरता लेकर आएगा। साझेदारी में शुरू किए गए कार्यों में सफलता मिलेगी और व्यापारियों को नई डील्स या प्रोजेक्ट्स से लाभ होगा। जीवनसाथी के साथ रिश्तों में प्रेम और समझदारी बढ़ेगी। अविवाहित लोगों के लिए विवाह के प्रस्ताव या नए रिश्तों की शुरुआत के योग बनेंगे। जॉब करने वाले लोगों को सहकर्मियों और वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा, जिससे कार्यक्षेत्र में प्रगति होगी। सामाजिक दायरे में भी वृद्धि होगी, जो भविष्य में लाभकारी सिद्ध हो सकता है।


उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें।


कर्क राशि

कर्क राशि


कर्क राशि वालों के लिए चंद्रमा पांचवें भाव में गोचर करेंगे। जो रचनात्मकता, संतान और प्रेम का भाव है। चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी हैं। इस कारण यह गोचर इन राशि वालों के लिए विशेष रूप से अनुकूल रहेगा। रचनात्मक कार्यों, जैसे कला, लेखन या शिक्षण में लगे लोगों को इस दौरान खास सफलता मिलेगी। आर्थिक रूप से निवेश या सट्टेबाजी में सावधानी के साथ अच्छा लाभ मिल सकता है। लव रिलेशनशिप्स में रोमांस और मधुरता बढ़ेगी। संतान से संबंधित शुभ समाचार जैसे उनकी पढ़ाई या करियर में प्रगति मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिभा की सराहना होगी और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।


उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें।


वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि


वृश्चिक राशि में चंद्रमा का गोचर प्रथम भाव में होगा, जो व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति में वृद्धि लाएगा। व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ने से सामाजिक और प्रेम संबंधों में सुधार होगा। पुराने कर्ज से मुक्ति या अचानक धन लाभ के योग बन सकते हैं। नौकरी या व्यवसाय में नए अवसर प्राप्त होंगे और आपकी निर्णय क्षमता की सराहना होगी। परिवार के साथ समय बिताने से मन प्रसन्न रहेगा। इस दौरान अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वृश्चिक में चंद्रमा भावनात्मक उतार-चढ़ाव ला सकता है।


उपाय: काल भैरव की पूजा करें और जरूरतमंदों को काले कपड़े या तिल का दान करें।