चाय के लिए स्वास्थ्यवर्धक मसाला: जानें इसके फायदे और बनाने की विधि

चाय का महत्व और मसाले का योगदान
भारत में चाय का विशेष स्थान: भारत एक ऐसा देश है जहाँ मेहमानों का स्वागत चाय से किया जाता है। चाय विश्वभर में सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला पेय है। अधिकांश लोग अपनी सुबह की शुरुआत चाय से करते हैं। कुछ मीठी चाय पसंद करते हैं, जबकि अन्य बिना चीनी की चाय को तरजीह देते हैं। चाय बनाने में कुछ महत्वपूर्ण तत्व होते हैं, जिनमें चाय का मसाला भी शामिल है।
चाय में उपयोग होने वाला मसाला यदि सुगंधित न हो, तो चाय का स्वाद और आनंद दोनों प्रभावित होते हैं। आज हम आपको एक ऐसे मसाले के बारे में बताएंगे, जो न केवल चाय के स्वाद और सुगंध को बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यह मसाला सर्दी-जुकाम और खांसी में भी सहायक होता है, जिसे आप चाय में मिलाए बिना भी ले सकते हैं।
स्वास्थ्यवर्धक मसाला बनाने की विधि
इस सुगंधित मसाले को बनाने के लिए 30 ग्राम सौंठ, 50 ग्राम कालीमिर्च, 10 ग्राम दालचीनी और 10 से 15 इलायची को पीसकर चूर्ण बना लें। आपका चाय का सुगंधित मसाला तैयार है।
इस मसाले के फायदे
1. इस मसाले का उपयोग चाय के अलावा सर्दी-जुकाम और खांसी में भी किया जा सकता है। यह बलगम को कम करता है और खांसी से राहत दिलाता है।
2. गले में खराश होने पर इस मसाले की चाय पीना फायदेमंद होता है। एक चौथाई चम्मच सेवन करने से गले की खराश दूर होती है।
3. यह मसाला चाय के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ सांस संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरियल संक्रमण से बचाते हैं और अस्थमा जैसी बीमारियों को रोकते हैं।
4. त्वचा के लिए भी यह मसाला लाभकारी है। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा की चमक बनाए रखते हैं और उसे मॉइस्चराइज करते हैं।
5. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए इस मसाले का सेवन चाय या पानी के साथ करना फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद सौंठ, कालीमिर्च, इलायची और दालचीनी पाउडर आंखों की बीमारियों को दूर करते हैं।